कोलकाता और पटना की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक संयुक्त टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की और बिहार के सारण जिले के रूपरहीमपुर गांव में स्थित एक सक्रिय मिनी-गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मंगलवार रात हुई छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक अखिलेश कुमार कुशवाहा और चार कुशल श्रमिकों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि, कुशवाहा के साथी अनिल कुमार यादव अभी भी फरार हैं।
मिनी-गन फैक्ट्री से कई वस्तुएं बरामद की गईं, जिनमें 7.65 मिमी सेमीऑटोमैटिक इम्प्रोवाइज्ड बन्दूक, 7.65 मिमी जीवित कारतूस और 7.65 मिमी पिस्तौल के विभिन्न अर्ध-तैयार हिस्से, जिनमें बॉडी, स्लाइडर, ग्रिप्स और बैरल शामिल हैं।
इसके अलावा, पुलिस ने एक लेथ मशीन, दो मिलिंग मशीन, एक ड्रिलिंग मशीन, एक ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग मशीन, एक वेल्डिंग मशीन, एक डीजल से चलने वाला इलेक्ट्रिक जनरेटर, एक हैंड ग्राइंडर और बड़ी मात्रा में कच्चे माल और उपकरण भी जब्त किए हैं।
छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मोहम्मद चांद उर्फ डोमू (30), मोहम्मद साहिल आलम (20), एमडी इरफान और मोहम्मद परवाज आलम के रूप में हुई।
मदरवा थाने में मामला दर्ज कराया जा रहा है और बंदूक फैक्ट्री के सह-साझीदार को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
इस साल मार्च में इसी तरह के एक ऑपरेशन में, अपराधियों को अवैध हथियारों की आपूर्ति करने के आरोप में सीवान में फायर-आर्म्स फैक्ट्री चलाने वाले एक हथियार डीलर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक उसके कब्जे से 8 पिस्तौल और 11 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
आरोपी की पहचान बबलू शर्मा के रूप में हुई है, जो मध्य प्रदेश के भिंड मुरैना से दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश में अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोहों और कुख्यात स्थानीय समूहों को अवैध आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद की आपूर्ति करता था।