दिल्ली में AAP के कई नेताओं के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद मंत्री आतिशी ने जांच एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए थे। ईडी ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है। अब ईडी आप नेताओं के खिलाफ लीगल एक्शन ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली की मंत्री आतिशी के आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रही है। आतिशी ने कहा था कि एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दौरान इन्वेस्टीगेशन की रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी है।
आतिशी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी ने आप नेताओं के खिलाफ जांच की जा रही उत्पाद शुल्क नीति जांच सहित कुछ मामलों में गवाहों के बयानों की ऑडियो रिकॉर्डिंग “हटा दी”।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह भी पता चला है कि गवाही में धोखाधड़ी हुई है और उन्होंने एजेंसी को अदालत के सामने सीसीटीवी वीडियो पेश करने की चुनौती दी।
उन्होनें कहा, “दो साल की जांच में एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ है। ईडी को एक भी ठोस सबूत नहीं मिला है। उनका पूरा मामला सिर्फ बयानों पर टिका है और अब ये भी सामने आ गया है कि इसमें फर्जीवाड़ा हुआ है। इस फर्जीवाड़े को छुपाने के लिए ईडी अब सीसीटीवी फुटेज की ऑडियो रिकॉर्डिंग को डिलीट कर रही है।”
उन्होंने पूछा, “ईडी क्या छिपाना चाहती है? ईडी ने कितने बयान लिए हैं, कितने सीसीटीवी में रिकॉर्ड किए गए हैं और उनमें से कितने का ऑडियो है?”
आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि आप नेताओं पर ताजा छापेमारी पार्टी को डराने के लिए की जा रही है।
उन्होनें कहा, “पिछले दो साल से आप नेताओं को धमकियां दी जा रही हैं। इस तथाकथित शराब घोटाले के नाम पर किसी के घर पर छापेमारी होती है, किसी को समन मिलता है और किसी को गिरफ्तार किया जाता है। दो साल में सैकड़ों छापेमारी के बाद भी ईडी ने एक रुपया भी बरामद नहीं कर पाई। दो साल बाद भी ईडी को कोई ठोस सबूत नहीं मिला है और कोर्ट ने भी बार-बार कहा है कि सबूत पेश किए जाएं।”
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और आम आदमी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों के परिसरों पर तलाशी ली।’ छापेमारी के तहत दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कम से कम 12 परिसरों को कवर किया गया।