केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई की भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई है। अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे बिहार के JLNMCH के आईसीयू में भर्ती थे। निर्मल चौबे की मौत के बाद उनके परिवारजनों और समर्थकों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है और अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से मौत हुई है। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक असीम कुमार दास का घेराव किया। परिवार के लोगों का आरोप है कि ICU में डॉक्टर समय पर मौजूद नहीं थे। इस वजह से जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस बल के समझाने पर भी परिवार वाले जब नहीं माने तो उनकी मांग पर दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया।
बिहार के भागलपुर में केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के छोटे भाई निर्मल चौबे की मौत के बाद जोरदार हंगामा, निर्मल को गंभीर हालत में JLNMCH के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आईसीयू में ज़बरदस्त हंगामा किया. pic.twitter.com/PHVSLAM6jd
— vijay srivastava (@vijaySr22505374) January 27, 2023
निर्मल चौबे को शुक्रवार शाम 4 बजे तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार के अनुसार, उस समय आईसीयू में डॉक्टर मौजूद नहीं थे। परिवार के लोगों ने अस्पताल में हंगामा किया और डॉक्टर्स पर कार्रवाई के लिए अड़ गए। उसके बाद अस्पताल अधीक्षक ने डॉक्टर विनय कुमार और आदित्य वैद्य को सस्पेंड कर दिया। अस्पताल अधीक्षक ने ये भी माना कि ICU में मौके पर डॉक्टर नहीं थे। उन्होंने अपने विषय में कहा कि वो खुद घर पर थे और वहीं से ICU इंचार्ज से पेशेंट की हालत की जानकारी ले रहे थे।
Patient was brought in critical condition. It was found that he had suffered a massive heart attack. The senior doctor administered him the required medicine. He was then shifted to ICU but there was no doctor there. I suspended 2 doctors: Dr Asim Kr Das, hospital Superintendent pic.twitter.com/oJcNcUDfxZ
— ANI (@ANI) January 27, 2023
निर्मल चौबे के रिश्ते में भतीजे लगने वाले चंदन कुमार ने कहा कि अस्पताल में मौजूद अटेंडेंट को यह तक पता नहीं था कि बीपी मशीन क्या होती है। अस्पताल अधीक्षक ने जब निलंबन का आदेश दिया तब उसपर लगाने के लिए मुहर तक नहीं मिल पा रही थी।
Bihar | Brother of Union Minister Ashwini Choubey, Nirmal Chaubey died at Mayaganj Hospital in Bhagalpur; relatives claim medical negligence. 2 doctors suspended
"He felt physical discomfort&we rushed him here. There was no doctor. ICU is without doctor," says a relative,Chandan pic.twitter.com/vhT35ITXEl
— ANI (@ANI) January 27, 2023
मौके पर पहुंचे सिटी डीएसपी अजय चौधरी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है। हमें पीड़ित परिवार से जो आवेदन प्राप्त होगा, उसके अनुरूप लापरवाही को लेकर हम अपनी कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल औऱ खासकर ICU में हंगामा और उत्पात करना कई गंभीर मरीजों की जान खतरे में डालना है। इसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
We will do an investigation, whenever we get a complaint. We will take action against anyone who was negligent. Action will be taken against them too (aggrieved) if they create a ruckus causing the doctors to flee: Bhagalpur City DSP Ajay Kumar Chaudhary pic.twitter.com/MRJtv8HbZR
— ANI (@ANI) January 27, 2023
अस्पताल में सारा मामला शांत होने के बाद शव को घर ले जाया गया। बताया जा रहा है कि परिवार के अन्य लोगों के आने के बाद ही दाह संस्कार किया जाएगा। बरारी के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे 65 साल के थे और एयरफोर्स से रिटायर थे। वे पूरे परिवार के साथ माणिक सरकार के कालीबाड़ी में रहते थे। निर्मल चौबे को तीन पुत्र हैं। तीनों प्राइवेट जॉब में हैं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई की मौत के बाद एक बार फिर बिहार में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं रहते हैं। ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहती है। चूकि इस बार का मामला केंद्रीय मंत्री से जुड़ा है तो इस कारण ये मामला इतना उठा है।