दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बिजवासन में साइबर धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमले के बाद एक अधिकारी को मामूली चोटें आईं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने यूएई स्थित Pyypl भुगतान एग्रीगेटर से जुड़े साइबर ऐप धोखाधड़ी से संबंधित मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। अशोक शर्मा और उनके भाई समेत अन्य आरोपियों ने ईडी की टीम पर हमला किया था। ईडी सूत्रों ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और स्थिति नियंत्रण में है।
हमले के दौरान एक प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) को मामूली चोटें आईं। अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक उपचार दिए जाने के बाद भी उन्होंने छापेमारी जारी रखी है।
ईडी टीम का कहना है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट आकाश शर्मा सैकड़ों साइबर क्राइम मामलों में जुड़ा हुआ है। वो मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में भी शामिल रहा है। ये जांच PPPYL ऐप धोखाधड़ी के एक मामले से जुड़ी है। इसके अलावा आरोपी पर सैकड़ों साइबर क्राइम करने का अंदेशा है। इसी मामले की जांच करने के लिए ईडी की टीम ए.के फार्म हाउस पर छापेमारी करने पहुंची थी।
इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि संघीय एजेंसी ने राष्ट्रीय राजधानी के बिजवासन इलाके में हुई इस घटना के बारे में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मारपीट के इस मामले में कथित आरोपी अशोक शर्मा और उसके भाई शामिल हैं। पुलिस इस मामले में फरार पांचवें आरोपी की तलाश कर रही है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, देश भर में फ़िशिंग घोटाले, क्यूआर कोड धोखाधड़ी और अंशकालिक नौकरी घोटाले जैसे हजारों साइबर अपराध सामने आए हैं।
i4C और वित्तीय खुफिया इकाई – भारत (FIU-IND) की मदद से, हजारों रिपोर्ट किए गए अपराध के मामलों का समग्रता में विश्लेषण किया गया। उन्होंने बताया कि यह पाया गया कि नाजायज धन 15,000 खच्चर खातों में जमा किया गया था।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड प्राप्त किए गए और इन कार्डों का उपयोग करके Pyypl पर टॉप-अप वर्चुअल खातों में पैसा भेजा गया। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए Pyypl से धन का उपयोग किया गया था।
ईडी के सूत्रों ने आगे कहा कि पूरा नेटवर्क संदिग्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा चलाया जा रहा था और तलाशी अभी भी जारी है।