लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अंदरूनी सूत्रों ने उन्हें बताया है कि केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा के दौरान उनके “चक्रव्यूह” भाषण के बाद उनके खिलाफ छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह “खुली बांहें” और “चाय और बिस्कुट” के साथ केंद्रीय जांच एजेंसी का इंतजार कर रहे हैं।
एक्स पर एक पोस्ट में, राहुल गांधी ने कहा, ‘जाहिर है, 2 इन 1 को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के ‘अंदरूनी लोगों’ ने मुझे बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। बांह फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं, चाय और बिस्कुट मेरी तरफ से।’
https://x.com/RahulGandhi/status/1819106372396765206
यह खबर तब सामने आई है जब 29 जुलाई को निचले सदन में बजट 2024 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था। अपने संबोधन में उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ने भारतीयों को आधुनिक “चक्रव्यूह” में फंसा दिया है।
उन्होंने कमल का निशान प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की और कहा कि 21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है।
गांधी ने कहा था, ‘जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया है। इससे करोड़ों लोगों को नुकसान हुआ है। हम इस चक्रव्यूह को तोड़ेंगे। इसे तोड़ने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है। जिससे आप सब डरते हैं। I.N.D.I.A इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा। इसी सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे।’
राहुल ने महाभारत युद्ध की चक्रव्यूह संरचना का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें डर, हिंसा होती है और अभिमन्यु को फंसाकर छह लोगों ने मारा। उन्होंने चक्रव्यूह को पद्मव्यूह बताते हुए कहा कि ये एक उल्टे कमल की तरह होता है। उन्होंने कहा था, ‘एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है, वो भी लोटस की शेप में है, जिसको आजकल पीएम मोदी छाती पर लगाकर घूमते हैं। अभिमन्यु को 6 लोगों ने मारा था, जिनके नाम द्रोण, कर्ण, कृपाचार्य, कृतवर्मा, अश्वस्थामा और शकुनी थे। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। चक्रव्यूह के बिल्कुल सेंटर में, 6 लोग कंट्रोल करते हैं, जैसे उस टाइम 6 लोग कंट्रोल करते थे, वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं।
इस मामले पर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेताओं ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि पीएम मोदी की बीजेपी सरकार ने विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए पिछले 10 सालों में बड़े पैमाने पर एजेंसियों सीबीआई, ईडी और आईटी का दुरुपयोग किया है। सरकार एजेंसियों पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रही है। हमें किसी सूत्र से पता चला कि सरकार राहुल गांधी के आवास पर छापेमारी की साजिश रच रही है। वह ऐसी धमकियों से कभी नहीं डरे। उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। संसद में उनके ‘चक्रव्यूह’ भाषण के बाद सरकार राहुल गांधी पर हमला करना चाहती है।”
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “न राहुल गांधी पहले डरे हैं, न अब डरे हैं और न आगे डरेंगे। कांग्रेस पार्टी भी न किसी से डरी है, न किसी से डरेगी और न किसी को डराएगी, हम देश के लिए काम करेंगे।”
समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव ने कहा ,” उन्होंने कहा है तो वह सही ही कह रहे होंगे। जनता जिसके साथ होती है उसका कोई कुछ नहीं कर सकता। राहुल गांधी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।”
शिव सेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “उन्हें यह जानकारी मिल रही है कि ईडी के अधिकारी उनके आवास पर छापा मार सकते हैं। जब सरकार डर जाती है तो वह ईडी और सीबीआई को आगे कर देती है। हम लगातार चर्चा कर रहे हैं कि यह सरकार ईडी सीबीआई और आईटीके माध्यम से अपना एजेंडा कैसे चलाती है। आपने (केंद्र सरकार ने) महुआ मोइत्रा, संजय राउत, संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल के साथ भी यही किया है। ये चुनिंदा कार्रवाइयां दिखाती हैं कि कैसे इन एजेंसियों ने सरकार के सामने घुटने टेक दिए हैं।”
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, “वह विपक्ष के नेता हैं, मुझे लगता है कि उनके पास कुछ जानकारी हो सकती है।”
बीजेपी नेताओं ने किया पलटवार-
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “मैं समझता हूं ये देश का दुर्भाग्य है कि राहुल गांधी संवैधानिक पद पर नेता प्रतिपक्ष हैं, सदन के अंदर तो झूठ बोलते ही हैं लेकिन सदन के बाहर भी भ्रम फैलाने का काम करते हैं। वे दुनिया से जाति पूछ रहे हैं और अपनी जाति बताने से भाग रहे हैं।”
बीजेपी के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “वे (राहुल गांधी) आजकल बेचैन है, उन्होंने इतना झूठ बोला है, इतनी अफवाह फैलाई है इसलिए वे बेचैन हैं। 3-4 दिन तक वे वायनाड नहीं पहुंच पाए, अब जब वे वहां पहुंचे हैं तो उन्हें बेचैनी होना स्वाभाविक है… वे पापग्रस्त हैं इसलिए जो मन आता है वह ट्वीट करते हैं। उनकी बातों को जनता गंभीरता से नहीं लेती।”
बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा, “राहुल गांधी के बारे में क्या कहूं? उसका कोई मतलब नहीं है, कम से कम वह जो कहते हैं वह मुझे समझ नहीं आता। उनके बारे में सबसे निंदनीय बात वे शब्द हैं जो उन्होंने देश के लिए इस्तेमाल किए…यह देश के लिए अच्छा नहीं है और जैसा कि अनुराग ठाकुर ने कहा है, कांग्रेस की मानसिकता अपने फायदे के लिए देश को टुकड़े-टुकड़े करने की है, यह बात पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय से चली आ रही है।”
बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, ”यह हास्यास्पद है। चाहे राहुल गांधी हों या कोई अन्य विपक्षी नेता, जब वे ऐसी बातें कहते हैं, तो हम सभी को यह समझने की जरूरत है कि यह उनकी प्रासंगिकता और महत्व का सवाल है…अगर उन्हें सुर्खियों में रहना है, अगर वे ऐसी बातें नहीं कहेंगे, अगर वे शोर नहीं मचाएंगे, तो कोई उनकी बात नहीं सुनेगा और उनका महत्व कम हो जाएगा। इसलिए हमें उन पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।”
केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने कहा, “वह पहले से ही जमानत पर हैं, अगर जमानत रद्द हो जाती है तो उन्हें वैसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। अगर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, अगर भ्रष्टाचार नहीं है तो कुछ नहीं होगा।”
भाजपा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राहुल गांधी के बयान पर कहा, “कहते हैं न चोर की दाढ़ी में तिनका, वही भय उन्हें(राहुल गांधी) सता रहा है। वे भयभीत क्यों है? डर किस बात का है?”
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा, “उनकी सूचना कहां से आती है इसके कोई जानकारी नहीं है।”
भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा, “अगर चोरी नहीं की है तो डरना क्यों है?”