तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बना सकती है। यह कदम उनके पिता एमके स्टालिन के कदम जैसा ही है, जो 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद डिप्टी सीएम बने थे। DMK की युवा शाखा के नेता और चेपॉक-थिरुवल्लिकेनी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक उदयनिधि ने दिसंबर 2022 में DMK कैबिनेट के मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
एमके स्टालिन को 2009 में उपमुख्यमंत्री के रूप में भी नियुक्त किया गया था जब उनके पिता एम करुणानिधि मुख्यमंत्री थे। ऐसी अटकलें हैं कि बेटा अपने पिता के नक्शेकदम पर चल सकता है।
उदयनिधि स्टालिन को 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद दिसंबर 2022 में उनके पिता के मंत्रिमंडल में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री बनाया गया।
सूत्रों के मुताबिक उदयनिधि को इस साल दो बार डिप्टी सीएम बनाया जाना तय था। लेकिन, विवादों से घिरी डीएमके की योजना परवान नहीं चढ़ सकी।
इस साल जनवरी में सनातन धर्म विवाद और बाद में कल्लाकुरिची जहरीली शराब त्रासदी के कारण उन्हें डिप्टी सीएम बनाने की योजना रद्द कर दी गई थी।
सनातन धर्म विवाद जनवरी महीने में तब भड़का जब उदयनिधि ने इसके उन्मूलन का आह्वान करते हुए सनातन धर्म की तुलना “मलेरिया” और “डेंगू” से की। द्रमुक मंत्री ने तर्क दिया था कि सनातन धर्म जाति व्यवस्था और भेदभाव पर आधारित है।
उनके बयान की व्यापक आलोचना हुई, जिसके कारण कई शिकायतें हुईं और सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा।
इस बीच, जून महीने में हुई कल्लाकुरिची जहरीली शराब त्रासदी के कारण डीएमके सरकार को एक बार फिर आलोचना का सामना करना पड़ा है। कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से कम से कम 65 लोगों की मौत हो गई।