शुक्रवार सुबह भारी बारिश के बीच दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 पर छत का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि घटना के बाद, टर्मिनल 1 से सभी प्रस्थान अगली सूचना तक निलंबित कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि उड़ानों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, एयरलाइंस को सलाह दी गई है कि वे यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित करें या नियमों के तहत पूर्ण रिफंड प्रदान करें। अधिकारियों के अनुसार, आधी रात से सोलह प्रस्थान उड़ानें और 12 आगमन उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने पोस्ट कर कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से दिल्ली हवाई अड्डे के टी1 पर छत गिरने की घटना की निगरानी कर रहा हूँ। घटनास्थल पर बचाव दल काम कर रहे हैं। साथ ही एयरलाइनों को टी1 पर सभी प्रभावित यात्रियों की सहायता करने की सलाह दी गई है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। बचाव अभियान जारी है।”
इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू स्थिति का जायजा लेने के लिए हवाईअड्डे पहुंचे। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें दुर्घटना के बारे में जानकारी दी। समीक्षा के बाद मंत्री नायडू ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और गहन निरीक्षण चल रहा है। उन्होंने घोषणा की कि जोखिम का आकलन करने के लिए देशव्यापी ऑडिट किया जाएगा।
नायडू ने कहा, “भारी बारिश के कारण एयरपोर्ट के बाहर छतरी का एक हिस्सा ढह गया है। हम इस दुखद घटना में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं, चार लोग घायल भी हुए हैं। इसलिए हम अभी उनका ख्याल रख रहे हैं। हमने तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, अग्नि सुरक्षा दल और CISF, NDRF की टीमों को भेजा। सभी लोग मौके पर मौजूद थे और उन्होंने पूरी तरह से निरीक्षण किया है ताकि कोई और हताहत न हो। टर्मिनल बिल्डिंग के बाकी हिस्से को बंद कर दिया गया है और हर चीज की पूरी तरह से जांच की जा रही है ताकि यहां कोई और अप्रिय घटना न हो। मुआवजें की घोषणा भी की गई है।”
राम मोहन नायडू ने कहा, “मृतकों के लिए 20 लाख रुपए और घायलों के लिए 3 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है।
अधिकारियों ने कहा कि छत की शीट के अलावा, सपोर्ट बीम भी ढह गई, जिससे टर्मिनल के पिक-अप और ड्रॉप क्षेत्र में खड़ी कारों को नुकसान पहुंचा।
फायर सर्विस ने बताया कि उन्हें सुबह करीब साढ़े पांच बजे छत गिरने की सूचना मिली। उन्होनें कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए कम से कम चार दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।
टर्मिनल-1 पर केवल घरेलू उड़ान संचालन होता है। IGIA हवाई अड्डे के तीन टर्मिनल हैं – T1, T2 और T3।
इस बीच, विपक्षी नेताओं ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। टर्मिनल 1 जिसे हाल ही में अधिक यात्रियों को समायोजित करने के लिए विस्तारित किया गया था, का उद्घाटन मार्च में पीएम मोदी ने किया था।
हालांकि, उड्डयन मंत्री ने कहा कि जो छत गिरी वह 2009 में खुली एक पुरानी इमारत की थी।
मंत्री ने कहा, “हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जिस इमारत का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया वह दूसरी तरफ है और यहां जो इमारत गिरी है वह एक पुरानी इमारत है और इसे 2009 में खोला गया था।”
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दरअसल, दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 का जो हिस्सा गिरा है, वो 2008-09 के दौरान बना था। GMR ने एक प्राइवेट ठेकेदार से बनवाया था। GMR पर अब बड़े एक्शन का वक्त है क्योंकि GMR की लापरवाही का ख़ामियाज़ा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नायडू की टिप्पणी तब आई जब कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जो छत गिरी वह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारित टर्मिनल 1 का हिस्सा थी जिसका उद्घाटन इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
मालूम हो कि यह घटना तब हुई जब दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 228.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि जून में राजधानी में दर्ज की गई सबसे बारिश में से एक है। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव की सूचना मिली है, जिसमें फ्लाईओवर के नीचे वाहनों को डूबे हुए दिखाया गया है।
दिल्ली हवाईअड्डे की छत ढहने को लेकर विपक्ष ने पीएम मोदी पर निशाना साधा-
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर पिछले 10 वर्षों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में “भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही” का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में घटिया बुनियादी ढांचे के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है।”
खड़गे, “10 मार्च को, जब मोदी जी ने दिल्ली हवाई अड्डे T1 का उद्घाटन किया तो उन्होंने खुद को ‘दूसरी मिट्टी का इंसान’ कहा। यह सारी झूठी वाहवाही और बयानबाजी केवल चुनाव से पहले रिबन काटने वाले समारोहों में शामिल होने के लिए आरक्षित थी! दिल्ली हवाई अड्डे की त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता।”
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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पोस्ट कर कहा, “मार्च में प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई। तीन महीने पहले प्रधानमंत्री जी ने जिस जबलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई। अयोध्या में निर्माण कार्यों के खस्ताहाल पर पूरा देश दुखी है। यह भाजपा का “चंदा लो और धंधा दो” का भ्रष्टाचारी मॉडल है जिससे अब पर्दा उठ चुका है। सवाल यह है कि प्रधान उद्धघाटन मंत्री जी क्या इन घटिया निर्माण कार्यों और इस भ्रष्टाचारी मॉडल की जिम्मेदारी लेंगे?”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पोस्ट किया, “11 मार्च, 2024 को, उनके चुनाव अभियान के हिस्से के रूप में, अगर मुझे याद हो तो उनके उद्घाटन समारोह के दौरान।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी द्वारा दिल्ली हवाई अड्डे के विस्तारित टर्मिनल 1 के उद्घाटन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह “अधूरा” था।
उन्होनें कहा, “इस साल की शुरुआत में मॉडल कोड लागू होने से पहले अधूरा टर्मिनल ‘उद्घाटन’ किया गया था, जो पूरा होने से पहले ही टूटना शुरू हो गया, क्या आश्चर्य है!!”
तृणमूल कांग्रेस नेता साकेत गोखले ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के लिए विस्तारित टर्मिनल 1 का “जल्दबाजी में उद्घाटन” किया।
उन्होनें पोस्ट कर कहा, “आज सुबह चौंकाने वाली और दुखद खबर। दिल्ली हवाई अड्डे के टी1 की छत आज सुबह गिर गई। चुनाव प्रचार के लिए, मोदी ने मार्च में जल्दबाजी में टी1 का ‘उद्घाटन’ कर दिया था, जबकि यह निर्माणाधीन था। क्या पीएम मोदी पर गैर इरादतन हत्या का आरोप नहीं लगाया जाना चाहिए? वह लोगों की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।”