मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि चुनाव आयुक्त हमेशा मौजूद रहते थे और कभी गायब नहीं होते थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर उन मीम्स को खारिज कर दिया, जिनमें उन्हें “लापता जेंटलमैन” कहा गया था। सात चरण के लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से एक दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजीव कुमार ने कहा, ”सोशल मीडिया मीम पेज हमें ‘लापता जेंटलमैन’ कह रहे हैं। लेकिन हम कभी लापता नहीं थे, हम हमेशा यहीं थे।”
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “अब मीम्स कह सकते हैं कि ‘लापता जेंटलमैन’ वापस आ गए हैं।”
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में बताते हुए, कुमार ने कहा कि भारत ने इस वर्ष 31.2 करोड़ महिलाओं सहित 64.2 करोड़ मतदाताओं के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करके विश्व रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभ्यास में 68,000 से अधिक निगरानी दल और 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षाकर्मी शामिल थे। सीईसी ने यह भी कहा कि 2024 के आम चुनावों में केवल 39 पुनर्मतदान हुए, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें:
-इस लोकसभा चुनाव के दौरान 100 प्रेस नोट जारी किए गए। पहली बार ऐसा हुआ कि इतने प्रेस रिलीज जारी किए थे।
-देश में महिला वोटरों की संख्या 312 मिलियन है। यह दुनिया का सबसे बड़ा आंकड़ा है। महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ऐसे में इन महिला वोटरों को खड़े होकर सम्मान देना चाहिए।
-लोकसभा चुनाव में कोशिश थी कि कोई भी नेता महिलाओं के खिलाफ ऐसी बात न कहें, जिससे उनकी गरिमा को ठेस पहुंचे। अगर किसी ने ऐसा किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई हुई।
-पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में 540 पोलिंग बूथों पर रीवोटिंग हुई थी, लेकिन इस बार सिर्फ 39 केंद्रों पर रीपोलिंग हुई, जिनमें से 25 बूथ केवल 2 राज्य में थे।
-लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया गया था। आईपीएल और सचिन तेंदुलकर ने भी इस कार्य में सहयोग किया।
-इस बार वोटरों को लुभाने के लिए न तो साड़ी बंटी और न ही पैसे। रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार का शोर नहीं हुआ। शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ।
-चुनाव आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों को साफ निर्देश था कि कोई डरेगा नहीं। इसके तहत सभी नेताओं के हेलीकॉप्टरों को चेक किया गया। ऐसा कोई नहीं बचा, जिसकी चेकिंग न हुई हो।
-इस बार 10 हजार करोड़ जब्त किए गए, जोकि पिछले चुनाव 2019 में बरामद किए गए पैसों से 3 गुना अधिक है।
-जिस तरह प्लानिंग के तहत शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ, उसी तरह मुस्तैदी से मतगणना भी होगी। 10.50 लाख बूथ, एक हॉल में 14 टेबल होंगे। 8000 से ज्यादा प्रत्याशी हैं।
-राजनीतिक दलों की मांगें हैं कि मतगणना के दौरान सीसीटीवी हो और हर राउंड का परिणाम डिस्प्ले हो। इस बार ये सब होगा।
कुमार ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि अगला आम चुनाव अप्रैल के अंत तक संपन्न हो जाए, क्योंकि उसने लगातार गर्मी से सबक सीखा है। मतदान के दौरान 33 ऑन-ड्यूटी मतदान कर्मियों की जान चली गई है।
उन्होंने कहा, पूरी मतगणना प्रक्रिया को “बिल्कुल मजबूत” बताया गया और बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों का समाधान किया गया।
कुमार ने कहा कि भारतीय चुनावों की प्रणाली चुनाव के बाद जांच की अनुमति देती है, हालांकि, दोषपूर्ण मतदाता सूचियों और मतदान के आंकड़ों की एक “फर्जी कहानी” थी जिसे कुछ हलकों द्वारा प्रचारित किया जा रहा था।
उन्होनें कहा, “वहां एक पैटर्न है, एक डिज़ाइन है…मैं यह नहीं कहूंगा कि कोई टूलकिट है। न तो हमने मतदाता मतदान डेटा के प्रकाशन में देरी की, न ही हमने डेटा में बदलाव किया।”
उन्होंने कहा, ”अभी भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की बात या 150 डीएम और कलेक्टर को कॉल की बात सामने आ रही है। हमें झूठी कहानी से बेहतर ढंग से लड़ने की जरूरत है।”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के इस आरोप पर कि केंद्रीय गृह मंत्री ने डीएम/आरओ (रिटर्निंग ऑफिसर) को बुलाया, सीईसी राजीव कुमार ने कहा, “क्या कोई उन सभी (डीएम/आरओ) को प्रभावित कर सकता है? हमें बताएं कि यह किसने किया। हम उस व्यक्ति को दंडित करेंगे जिसने ऐसा किया है। यह सही नहीं है कि आप अफवाह फैलाएं और हर किसी पर संदेह करें।”
कुमार ने साझा किया कि 2024 के आम चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 495 शिकायतों में से 90 प्रतिशत से अधिक का निपटारा किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव के दौरान डीप फेक और एआई-जनित सिंथेटिक सामग्री के खतरे को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया।