प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सराहना की और साथ ही विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग जांच एजेंसी की उल्लेखनीय कार्रवाइयों से चिंतित हैं। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में बोलते हुए पीएम मोदी ने अपनी सरकार के प्रमुख पहलू के रूप में “भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता” पर जोर दिया। उन्होनें इस बात की पुष्टि की कि जांच एजेंसी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए “पूरी तरह से स्वतंत्र” है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता हमारे शासन का एक प्रमुख पहलू है। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हर एजेंसी पूरी तरह स्वतंत्र है।”
उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान कम संख्या में मामलों और कम बरामदगी का हवाला देते हुए कहा कि जांच एजेंसी को 2014 से पहले काम करने की अनुमति नहीं थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय की ही बात करते हैं। साल 2014 तक पीएमएलए के तहत 1800 मामले दर्ज किए गए थे। पिछले 10 वर्षों में, 4700 मामले दर्ज किए गए हैं। 2014 तक केवल 5,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी लेकिन बीते 10 वर्षों में इसमें वृद्धि हुई है और एक लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है।”
उन्होंने कहा, अभियोजन की शिकायतें भी 10 गुना बढ़ गई हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “ईडी ने आतंकी वित्तपोषण, साइबर अपराध और नशीले पदार्थों में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार किया है और बड़े पैमाने पर अपराधों का भंडाफोड़ किया है और कुल 1000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है।”
पीएम मोदी ने कहा, जब इस प्रकार के अनुकरणीय कार्य होते हैं तो कुछ लोगों के लिए समस्याएं पैदा होना स्वाभाविक है।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “और इसी कारण से वे दिन-रात मोदी को गाली देने में लगे हुए हैं। लेकिन देश उन्हें स्पष्ट रूप से कहता है, ‘सो सॉरी’।”
उन्होंने आगे विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, ‘इस चुनाव के समय में विपक्ष कागजों पर हिसाब-किताब करके सपने बुन रहा है, जबकि मोदी सपनों से आगे बढ़कर गारंटी तक पहुंच गया है।’