कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के समर्थकों ने रायबरेली में पोस्टर लगाए हैं, जिसमें उनसे उत्तर प्रदेश में पार्टी के गढ़ से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है। पोस्टर में लिखा है, ‘रायबरेली पुकारती है, प्रियंका गांधी जी आती हैं।’ पोस्टर में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस को अपने विकास कार्यों को आगे बढ़ाना चाहिए।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने 2004 से ही रायबरेली सीट पर कब्जा कर रखा था।
प्रियंका गांधी की कांग्रेस के गढ़ से चुनाव लड़ने की मांग तब बढ़ गई जब उनकी मां सोनिया गांधी ने पिछले महीने घोषणा की कि वह “स्वास्थ्य और उम्र के मुद्दों” का हवाला देते हुए चुनाव नहीं लड़ेंगी।
उन्होंने एक खुले पत्र में कहा, ”इस फैसले के बाद मुझे सीधे तौर पर आपकी सेवा करने का अवसर नहीं मिलेगा लेकिन मेरा दिल और आत्मा हमेशा आपके साथ रहेगी।”
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर पूरा होता है। यह नेह-नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है। रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फीरोज गाधी जी को यहां से जिताकर दिल्ली भेजा। उनके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी जी को आपने अपना बना लिया। तब से अबतक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई।”
उन्होने लिखा, “इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी। सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे। मैं यह कभी भूल नहीं सकती। यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है।
पत्र में आगे कहा गया, “अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। मुझे पता है कि आप भी हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे, जैसे अबतक संभालते हुए आए हैं। बड़ों को प्रणाम, छोटों को स्नेह, जल्द मिलने का वादा।”
बता दें कि19 फरवरी को सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुनी गईं थीं। लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद उन्होंने 14 फरवरी को जयपुर में राज्यसभा नामांकन दाखिल किया था।