केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मणिपुर में व्यापक हिंसा की जांच के लिए एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नेतृत्व में एक जांच पैनल की घोषणा की। इंफाल में एक प्रेस ब्रीफिंग में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा की घटनाओं की सीबीआई की विशेष टीम की जांच की निगरानी के लिए एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है।
हिंसा में जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन सभी के प्रति मैं भारत सरकार की ओर से, प्रधानमंत्री जी की ओर से और अपनी ओर से गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
हमने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस स्तर के रिटायर्ड न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग गठित कर जांच करवाने का निर्णय लिया है।
भारत… pic.twitter.com/2hUb0n0pqB
— BJP (@BJP4India) June 1, 2023
शाह ने कहा, “हिंसक घटनाओं की जांच के लिए मणिपुर में कई एजेंसियां काम कर रही हैं। हिंसा की छह घटनाओं की उच्च स्तरीय सीबीआई जांच की जाएगी, जो एक साजिश का संकेत देती हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जांच निष्पक्ष हो।” उन्होंने कहा कि मणिपुर में जारी संकट का एकमात्र समाधान बातचीत है।
शाह ने कहा कि संघर्ष से प्रभावित लोगों के लिए एक राहत और पुनर्वास पैकेज तैयार किया गया है, जिसमें केंद्र और राज्य दोनों ने हिंसा में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये की राहत की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मणिपुर के राज्यपाल नागरिक समाज के सदस्यों के साथ एक शांति समिति का नेतृत्व करेंगे।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने राज्य में हिंसा के पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए मणिपुर को 20 डॉक्टरों सहित चिकित्सा विशेषज्ञों की आठ टीमें प्रदान की हैं। पांच टीमें पहले ही यहां पहुंच चुकी हैं और तीन अन्य रास्ते में हैं।”
शाह ने फंसे हुए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं, खोंगसांग रेलवे स्टेशन पर एक अस्थायी प्लेटफॉर्म बनाने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है, ताकि इसे एक सप्ताह के भीतर चालू किया जा सके।
गृह मंत्री अमित शाह दो युद्धरत समुदायों के बीच शांति कायम करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर हैं। राज्य के अपने दौरे के दौरान, उन्होंने सुरक्षा बलों और सरकारी अधिकारियों के साथ बैठकों की अध्यक्षता की और विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया।
उन्होंने कहा- “मैंने पिछले तीन दिनों में इम्फाल, मोरेह और चुराचांदपुर सहित मणिपुर में कई स्थानों का दौरा किया है और राज्य में शांति स्थापित करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं। मैंने मैतेई और कुकी समुदायों के सीएसओ [नागरिक समाज संगठनों] से मुलाकात की है।”
गृह मंत्री ने कहा कि मेरी सभी मणिपुर वासियों से अपील है कि कृपया अफवाओं पर ध्यान न दें और राज्य में शांति बनाए रखें। शांति के कारण विकास का एक युग बीते छह साल से राज्य में चल रहा था। मुझे भरोसा है कि जनता आपसी सद्भाव के साथ चर्चा कर इस विवाद का निपटारा करेगी।
मेरी सभी मणिपुर वासियों से अपील है कि कृपया अफवाओं पर ध्यान न दें और राज्य में शांति बनाए रखें।
शांति के कारण विकास का एक युग बीते छह साल से राज्य में चल रहा था। मुझे भरोसा है कि जनता आपसी सद्भाव के साथ चर्चा कर इस विवाद का निपटारा करेगी।
– श्री @AmitShah
पूरा देखें:… pic.twitter.com/UbUL309sei
— BJP (@BJP4India) June 1, 2023
पिछले महीने, मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद मणिपुर में हिंसा भड़क उठी थी। एक पखवाड़े से अधिक की शांति के बाद राज्य में रविवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष और गोलाबारी में अचानक तेजी देखी गई। अधिकारियों के मुताबिक, अब तक हिंसा में 80 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।