केंद्रीय चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक दलों की सूची में संशोधन किया है। नए संशोधन के तहत चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया और अनुभवी राजनीतिज्ञ शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) से राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा छीन लिया है।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा, “आप के चुनाव प्रदर्शन की समीक्षा से पता चलता है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आप को कुल वोट का 12.92 फीसदी वोट मिला। इसने गुजरात में एक राज्य पार्टी के मानदंड को पूरा किया है … और दिल्ली, गोवा और पंजाब में पहले से ही एक मान्यता प्राप्त राज्य पार्टी है।”
आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने पर दिल्ली के सीएम और आप के राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि इतने कम समय में राष्ट्रीय पार्टी? ये किसी चमत्कार से कम नहीं। सबको बहुत बहुत बधाई। देश के करोड़ों लोगों ने हमें यहां तक पहुंचाया। लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है। आज लोगों ने हमें ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। हे प्रभु, हमें आशीर्वाद दो कि हम ये जिम्मेदारी अच्छे से पूरी करें।
इतने कम समय में राष्ट्रीय पार्टी? ये किसी चमत्कार से कम नहीं। सबको बहुत बहुत बधाई
देश के करोड़ों लोगों ने हमें यहाँ तक पहुँचाया। लोगों को हमसे बहुत उम्मीद है। आज लोगों ने हमें ये बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी दी है
हे प्रभु, हमें आशीर्वाद दो कि हम ये ज़िम्मेदारी अच्छे से पूरी करें
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 10, 2023
वहीं आप सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट किया कि सिर्फ 10 साल में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने वो कर दिखाया जो बड़ी पार्टियों को करने में दशकों लग गए। हर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता जिसने इस पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, सत्ता की लाठियों, आंसू गैस और पानी की बौछारों का सामना किया, उन सबको सलाम। इस नए आगाज के लिए सबको बधाई।
सिर्फ़ 10 साल में @ArvindKejriwal जी की पार्टी ने वो कर दिखाया जो बड़ी पार्टियों को करने में दशकों लग गए। हर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता जिसने इस पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, सत्ता की लाठियों, आंसू गैस और पानी की बौछारों का सामना किया, उन सबको सलाम। इस नये आग़ाज़ के लिए सबको बधाई pic.twitter.com/TyAkXFMimf
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) April 10, 2023
बयान में चुनाव आयोग ने आगे कहा कि वह “उचित प्रक्रिया का पालन करने और दो संसदीय चुनावों और 21 राज्य विधानसभा चुनावों के पर्याप्त अवसर प्रदान करने” के बाद तीन मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों- AITC, CPI और NCP- का दर्जा वापस ले रहा है।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में क्या कहा है?
– अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है।
– उत्तर प्रदेश में आरएलडी, आंध्र प्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिया गया राज्य पार्टी का दर्जा रद्द कर दिया गया। वे पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल (RUPP) के रूप में बने रहेंगे।
– नागालैंड में लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), मेघालय में वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी और त्रिपुरा में टिपरा मोथा को “मान्यता प्राप्त राज्य राजनीतिक दल” का दर्जा दिया गया है।
– आम आदमी पार्टी (आप) ने एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त की क्योंकि इसने पैरा 6बी (iii) की शर्त को पूरा किया, यानी चुनावी प्रदर्शन के आधार पर चार राज्यों- दिल्ली, गोवा, पंजाब और हाल ही में गुजरात में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त किया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि, “पार्टियां आगे के चुनावों में प्रदर्शन के आधार पर स्थिति हासिल कर सकती हैं।” भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC), बहुजन समाज पार्टी (BSP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और आम आदमी पार्टी (AAP) अब राष्ट्रीय दल हैं।
बता दें कि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना होता है। अगर कोई भी पार्टी उन शर्तों को पूरा करती है तो आयोग उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देता है।