कांग्रेस नेता राहुल गांधी 3 जनवरी को दिल्ली के यमुना बाजार से अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिर से शुरू करेंगे, और उनकी ये यात्रा उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरेगी। अधिकारियों के मुताबिक़ भारत जोड़ो यात्रा मौजपुर, सीलमपुर और गोकलपुरी आदि इलाकों से होकर गुजरेगी। ये वो इलाके हैं जो फरवरी 2020 के दंगों के दौरान प्रभावित हुए थे।
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 23 फरवरी, 2020 को दंगे शुरू हुए थे और ये तीन दिन तक यानी 25 फ़रवरी तक चले थे। इस दौरान यह इलाक़ा बुरी तरह अशांत रहा और दंगाइयों ने वाहनों, घरों और दुकानों में आग लगा दी थी। जाफराबाद, वेलकम, सीलमपुर, भजनपुरा, गोकलपुरी और न्यू उस्मानपुर आदि इलाक़ों में हुए इस दंगे में 53 लोगों की मौत हुई थी और 581 लोग घायल हो गए थे।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ 2,800 किमी की दूरी तय करने के बाद 24 दिसंबर को दिल्ली पहुंची थी। नौ दिनों के ब्रेक के बाद यात्रा 3 जनवरी को फिर से शुरू होगी और उसी दिन लोनी सीमा से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रवेश करेगी।
आगामी यात्रा से पहले, दिल्ली कांग्रेस के पदाधिकारियों ने दिल्ली पुलिस के अफसरों के साथ कई दौर की बैठक की है। ऐसी ही एक बैठक कांग्रेस के मुख्यालय में शुक्रवार को हुई। बैठक में दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के सीनियर अफसरों के साथ ही पूर्वी और उत्तर-पूर्वी जिलों के पुलिस उपायुक्त भी शामिल हुए।
यह बैठक कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखने की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बदरपुर से दिल्ली प्रवेश करने के बाद राहुल गांधी की सुरक्षा से कई बार समझौता किया गया। उन्होंने यह भी कहा था कि यात्रा पंजाब और जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों से होकर गुजरेगी।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने बताया कि “हमने पुलिस कर्मियों को अपने नेता राहुल गांधी के खतरे के बारे में बताया। सड़क पर चलते समय हमेशा उनकी जान को खतरा बना रहता है। वे विपक्ष के वरिष्ठ नेता भी हैं। हमने सुझाव भी दिए हैं। बैठक में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे एक रस्सी का उपयोग करके उनके चारों ओर घेरा डालेंगे, जिसे पुलिस कर्मी संभालेंगे”।
वैसे, राहुल गांधी की सुरक्षा कैसे बढ़ाई जाएगी, इस बारे में दिल्ली पुलिस ने कोई ब्योरा साझा नहीं किया है। लेकिन मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि एक अग्रिम सुरक्षा संपर्क (एएसएल) टीम उस मार्ग का निरीक्षण करेगी, जिस पर गांधी मंगलवार को यात्रा शुरू करने वाले हैं।
सुरक्षा ब्यौरों से वाकिफ एक अधिकारी ने कहा, ‘कांग्रेस नेता के इर्द-गिर्द सुरक्षा घेरा मजबूत किया जाएगा। दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ यह सुनिश्चित करेगी कि कोई इस घेरे को न तोड़े। सड़क पर पर्याप्त संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती रहेगी। ट्रैफिक पुलिस यह भी सुनिश्चित करेगी कि वाहनों का ट्रैफिक विशिष्ट स्थानों पर डायवर्ट किया जाए’।
मालूम हो कि सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा था कि गांधी ने 2020 के बाद से 113 सुरक्षा उल्लंघन किए हैं। उन्होंने कहा कि कई मौकों पर, सीआरपीएफ ने गांधी को निर्धारित सुरक्षा प्रक्रियाओं के उल्लंघन के बारे में सूचित किया था।