लखनऊ: ग्लोबल नीम आर्गेनाइजेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बुद्धा संस्थान, लखनऊ में आयोजित “विश्व नीम महोत्सव एवं सम्मान समारोह” में डा.महेंद्र सिंह (पूर्व कैबिनेट मंत्री जल शक्ति एवं नमामि गंगे, उत्तर प्रदेश सरकार) ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के प्रायोगिक औषधि एवं शल्य अनुसंधान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सन्तोष कुमार सिंह को शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए “उत्तर प्रदेश रत्न सम्मान” से सम्मानित किया।
डॉ. सिंह ने अपने शोध कार्य, विज्ञान व्याख्यान, प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे आम जनमानस को विज्ञान का लाभ मिल सके और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की उपयोगिता को प्रभावी बनाया जा सके।
आम जनमानस में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए डॉ. सन्तोष कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में ग्रामीण छात्रों और किसानों के लिए वैज्ञानिक जागरूकता का सघन अभियान चला रहे हैं।
इस अवसर पर डा.अफरोज अहमद (न्यायाधीश, राष्ट्रीय हरित न्यायधिकरण प्रधान न्याय पीठ नई दिल्ली), संजय कुमार दौरा (मुख्य प्रबंधक नाबार्ड), डा. वी. के. सिंह, प्रो. एच्. बी. सिंह, राम महेश मिश्र आदि विशिष्ट जनों की उपस्थिति रही।
इस अवसर पर पर्यावरण के बढ़ते असंतुलन पर संतुलन के लिए नीम के उपयोग और प्रयोग को व्यावहारिक जीवन में अपनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।