प्रयागराज: लंबे इंतजार के बाद समाजवादी पार्टी ने कौशांबी की सिराथू सीट पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। यहां से अपना दल (कमेरावादी) की पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है। ये VIP सीट सपा और अपना दल कमेरावादी के गठबंधन के खाते में गई है। यहां से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के टिकट से चुनावी मैदान में हैं। अब देखना यह है कि सिराथू की जनता किसके साथ चलती है।
सपा और बसपा ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। बसपा ने यहां से संतोष कुमार त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार बनाया है। सिराथू विधान सभा सीट पर पल्लवी पटेल के आने से मुकाबला रोचक हो गया है। खास बात यह है कि पल्लवी अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल की छोटी बहन हैं। अनुप्रिया भाजपा के खेमे में हैं। वहीं पल्लवी पटेल सपा के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। पल्लवी पटेल पांच फरवरी को अपना पर्चा दाखिल करेंगी।
समाजवादी पार्टी गठबंधन ने यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। बीजेपी ने केशव मौर्य को कौशांबी की सिराथू विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। ये वही सीट है जहां से केशव मौर्य पहली बार चुनाव लड़े थे। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी गठबंधन की तरफ से पल्लवी को उम्मीदवार बनाये जाने से बीजेपी के उम्मीदवार और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की राह कठिन हो सकती है।अनुप्रिया पटेल और पल्लवी पटेल, अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की बेटियां हैं। हालांकि अब अनुप्रिया पटेल अपना दल (सोनेलाल ) पार्टी की अध्यक्ष है जबकि पल्लवी पटेल अपना दल (कमेरावादी ) की राष्ट्रीय कार्यवाहक हैं। दोनों की मां कृष्णा पटेल अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष है।
पल्लवी पटेल साइंस की स्टूडेंट रही हैं। बायो- टेक्नोलॉजी में पीजी करने के बाद उन्होंने सब्जियों व फलों के फंगस पर अपनी डॉक्टरेट पूरी की है। 2008 से पल्लवी राजनीति में सक्रिय हुईं। 2009 में पिता सोनेलाल पटेल के निधन के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल अपना दल की अध्यक्ष बनीं। कौशांबी की जिस सीट पर केशव प्रसाद मौर्य और पल्लवी पटेल के बीच टक्कर होने जा रही है, वह सीट बसपा का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2014 में केशव प्रसाद मौर्य फूलपुर से सांसद चुने गये तो उन्होंने सिराथू सीट छोड़ दी। उप चुनाव हुए, जिसे सपा ने जीत लिया। अब इस सीट पर सपा और बीजेपी के बीच टक्कर देखने को मिल सकती है।
नागेंद्र पटेल अपना दल में शामिल-
उधर प्रयागराज में फूलपुर के पूर्व सांसद नागेंद्र पटेल ने समाजवादी पार्टी को छोड़कर अपना दल एस का दामन थाम लिया है। वह लखनऊ में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में अपना दल एस की सदस्यता ली। अपना दल ने उनको कौशाम्बी की चायल विधानसभा से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। यानी पार्टी में शामिल होते ही उनको टिकट मिल गया। नागेंद्र पटेल सपा से फूलपुर से टिकट चाह रहे थे। लेकिन सपा ने वहां से बसपा से आते विधायक मुज्तबा सिद्दीकी को उम्मीदवार बना दिया। जिससे नागेंद्र पटेल नाराज़ हो गये और सपा छोड़ दिया है।