मुम्बई: महाराष्ट्र के अहमदनगर के जिला अस्पताल में आग लग गई। जिसमें झुलस कर 10 मरीजों की मौत हो गई हैं, और कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना हैं। आज सुबह 11.30 के आसपास अस्पताल के कोविड वार्ड में भयंकर रूप से आग लग गई।
सूत्रों ने बताया जिस समय ये आग लगी उस समय वार्ड में 20 मरीज भर्ती थें। इस दौरान आईसीयू वार्ड में 20 मरीज मौजूद थे, इनमें से कुछ को वैंटिलेटर पर भी रखा गया था. हॉस्पिटल के वार्ड बॉय, नर्स और डॉक्टर्स ने सभी मरीजों को सेफ वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।
ज़िला कलेक्टर राजेंद्र भोसले ने आग लगने की जानकारी देते हुए बताया, ”इस अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में कोविड के 17 मरीज थे। इस वॉर्ड में सुबह अचानक आग लग गई. इसमें 10 मरीजों की मौत हो गई। 1 मरीज की हालत गंभीर है।”
आग लगने का कारण शार्ट सर्किट है-
ज़िला कलेक्टर भोसले ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। वहीं परिजनों का आरोप है कि सफाई के लिए तीन घंटे तक आईसीयू बंद रहने से आग फैल गई। आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं।
अग्निशमन अधिकारी शंकर मिसाल ने कहा कि आईसीयू की बाहर की ग्रिल पूरी तरह से बंद थी, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। ग्रिल बंद होने के कारण लोगों को मुख्य द्वार से होकर बाहर निकलना पड़ा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अहमदनगर ज़िला अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में लगी आग पर शोक व्यक्त किया है और मामले की गहन जांच करने और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
आग लगने की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने अहमदनगर ज़िले के अभिभावक मंत्री हसन मुशरिफ़ और मुख्य सचिव से बात कर ये जानकारी ली कि क्या वर्तमान में इलाज करा रहे मरीजों को इलाज कराने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है। और जल्द से जल्द इस घटना की जांच करके रिपोर्ट सौपीं जाये।