वाराणसी: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पंजाब की स्टेट यूनिवर्सिटी शहीद भगत सिंह के प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का नया कुलपति नियुक्त किया है। ये नियुक्ति अगले 3 साल के लिए वैध होगी। बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी हुई हैं।
बागपत के मूल निवासी प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी की प्रारंभिक शिक्षा मुकारी गांव में हुई। एमएम डिग्री कालेज से BSc. करने के बाद IIT कानपुर से M. Tech की पढ़ाई की है प्रोफेसर आनंद त्यागी ने। वर्ष 1990 में गुरुनानक देव विश्वविद्यालय में बतौर लेक्चरर उनकी नियुक्ति हुई। गुरुनानक देव छोड़ने के बाद 1995 में उन्होंने शहीद भगत सिंह राज्य विश्वविद्यालय में जॉइन किया। शहीद भगत सिंह विश्विद्यालय के वो फाउंडर मेंबर भी रहे है। 35 साल से उनका सफर शिक्षा के क्षेत्र में बिना निर्विरोध चल रहा है। वर्तमान में इसी विश्विद्यालय में फिजिक्स विभाग में प्रोफेसर कार्यरत है। यहीं उन्होंने हेड, डीन, निदेशक के पदों पर भी काम किया हैं।
ऊत्तरप्रदेश में जन्में और पले बढ़े प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी की इच्छा लंबे समय से वापस अपने प्रदेश में आकर कुछ करने की थी। इसलिए ये नियुक्ति उनके लिए भी महत्वपूर्ण है। अब देखना ये है वो काशी विद्यापीठ के उत्थान के लिए क्या कुछ कर पाते है। प्रोफेसर त्यागी काशी विद्यापीठ के 35वें कुलपति के तौर पर कार्यभार ग्रहण करेंगे।
गौरतलब ये है देखना की प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी की बातें और सोच जितनी ऊंचाई तक विश्विद्यालय को ले जाने की है चा उसके लिए वो क्या रास्ता चुनेंगे। क्योंकि पिछले कुलपति त्रिलोकीनाथ सिंह और मौजूदा रजिस्ट्रार ने भ्रष्टाचार में नये रिकॉर्ड बनाये हुये है। बैक डेट में वित्तिय मामलों को निपटाया गया है। फंड्स में भारी अनियमियत शिकायतें हैं। संविदा के शिक्षकों का उत्पीड़न और यौन शोषण भी शामिल है।
त्रिलोकीनाथ सिंह तो भारतीय सेना रक्षा सौदों में मुख्य अभियुक्त है जिनके नाम घोंटले और अन्य आरोपी की तफ्तीश तक्षकपोस्ट ने ही कागज़ों के सबूत के साथ उजागर की है। इत्तेफाक से ये प्रोफेसर आनंद त्यागी भी IIT कानपुर से है जहाँ अभी त्रिलोकीनाथ सिंह गवर्निंग बॉडी में है। त्रिलोकीनाथ सिंह ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सम्बन्धता वाले ऐसे कॉलेजों की मदद की है जिन्होंने राजस्व विभाग और स्थानीय प्रशासन को धोखाधड़ी करके चुना लगाया है। मान्यता बहाल की है। तक्षकपोस्ट की ख़बर का असर है कि त्रिलोकीनाथ सिंह को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में लाख प्रयासों के वावजूद ना तो एक्सटेंशन मिला ना नई नियुक्ति मिली महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में।
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प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के सपनों को पंख तभी लगेंगे जब ऐसे चोरों पर कारवाई होगी, इन मामलों से कैसे निपटा जाये ये देखना महत्वपूर्ण है।
{तक्षकपोस्ट की पूरी टीम की तरफ से प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी को शुभकामनाएं और बधाई। वो महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को नई उच्चाई तक ले जाये }