शाहिद नक़वी: राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने भारत में प्रतिष्ठित भारत पम्प एण्ड कम्परेशर लिमिटेड नैनी को मोदी सरकार द्वारा बंदी पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब-जब भाजपा की सरकार बनी है नैनी की सार्वजनिक क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को बंद करने या बेचने का काम किया है ।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार निजीकरण के नाम पर उधोगपतियों को देश की धरोहर सौंप रही हैं जो जनहित में तो कतई नहीं है…
सांसद ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर मे जब आक्सीजन की अचानक भारी कमी पड़ी तो यहीं सार्वजनिक उपक्रम बीपीसीएल नैनी याद आया गैस सिलेंडर निर्माण के लिए तो प्रदेश के तमाम मंत्री अपनी वाहवाही लूटने लगें की बीपीसीएल मे सिलेंडर बनेगें और बंद नहीं हुआ होने देंगे फैक्ट्री को जिससें कर्मचारियों मे भी आस बंधी की उनका रोजगार सुरक्षित हो रहा है पर उनको क्या पता कि भाजपा का चरित्र है भरोसा दिला कर तोड़ना अब जब कम्पनी में ताला लग गया तो जो मंत्री वाहवाही लुट रहे थे कुछ दिन पहले अब उनके मुंह पर भी ताले लग गये।
सासंद ने कहा कि सिर्फ जबानी खर्च से कुछ नहीं होता मैं मुलायम सिंह यादव की सरकार मे परिवहन मंत्री था तो भी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने बीपीसीएल को गुजराल नाम के उधोगपति को बेच दिया था मैंने बीपीसीएल को गुजराल के हाथों में जाने नहीं दिया चैलेंज के साथ।
सांसद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग किया कि नैनी के औधोगिक स्वरूप को पुनः स्थापित करने के लिए बीपीसीएल, आईटीआई, टीएसएल आदि कम्पनियों का पुनर्जीवित हो।
सपा पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने कहा कि कोई व्यक्ति सरकारी सम्पत्ति को हानि नहीं पहुंचा सकता या बेच नहीं सकता यह कानून हैं तो जो लोग लगातार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बेच रहे हैं उन पर भी राष्ट्रद्रोह का कानून लागू होना चाहिये क्योंकि कानून सब के लिए समान हैं।