प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया, जो श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच और आगे लेह तक हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करती है, भूस्खलन और हिमस्खलन मार्गों को दरकिनार करती है और लद्दाख क्षेत्र तक सुरक्षित और निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करती है।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पीएम मोदी का यह पहला दौरा था। 2,700 करोड़ रुपये की परियोजना का उद्घाटन करने के बाद, पीएम सुरंग में गए और परियोजना अधिकारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने उन निर्माण श्रमिकों से भी मुलाकात की जिन्होंने सुरंग को पूरा करने के लिए कठिन परिस्थितियों के बीच भी सावधानीपूर्वक काम किया।
पीएम मोदी के साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत अन्य नेता मौजूद थे।
सुरंग के उद्घाटन के बाद बोलते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “देश की उन्नति के लिए, जम्मू-कश्मीर के उन्नति के लिए जिन श्रमिकों ने कठिन परिस्थितियों में काम किया। हमारे 7 श्रमिकों ने अपनी जान गंवाई लेकिन हम अपने संकल्प से डिगे नहीं। मेरे श्रमिक साथियों ने हर चुनौतियों को पार करते हुए इस कार्य को पूरा किया है।”
पीएम ने कहा, “आज का दिन बहुत ही खास है। आज देश के हर कोने में उत्सव का माहौल है। आज से ही प्रयागराज में महाकुंभ आरंभ हो रहा है। करोड़ों लोग वहां पवित्र स्नान के लिए उमड़ रहे हैं। आज पंजाब समेत पूरा उत्तर भारत लोहड़ी की उमंग से भरा है। ये समय उत्तरायण, मकर संक्रांति, पोंगल जैसे कईं त्योहारों का है। मैं देश और दुनिया में इन त्योहारों को मना रहे सभी लोगों के मंगल की कामना करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, केंद्र में हमारी सरकार बनने के बाद ही 2015 में सोनमर्ग टनल के वास्तविक निर्माण का काम शुरु हुआ था। मुझे खुशी है कि इस टनल का काम हमारी ही सरकार में पूरा भी हुआ है। इस टनल से सर्दियों के मौसम में सोनमर्ग की कनेक्टिविटी भी बनी रहेगी। इससे सोनमर्ग समेत इस पूरे इलाके में पर्यटन को भी नए पंख लगने वाले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “आज भारत तरक्की की नई बुलंदी की तरफ बढ़ चला है। हर देशवासी 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में जुटा है। ये तभी हो सकता है, जब हमारे देश का कोई भी हिस्सा, कोई भी परिवार तरक्की से पीछे न छुटे। इसके लिए ही हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास की भावना के साथ पूरे समर्पण से दिनरात काम कर रही है। बीते 10 साल में जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के 4 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर मिले। आने वाले समय में 3 करोड़ और नए घर गरीबों को मिलने वाले हैं।”
वहीं उमर अब्दुल्ला ने “अत्यधिक ठंड” में जम्मू-कश्मीर आने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की लंबे समय से चली आ रही मांग भी उठाई।
अब्दुल्ला ने कहा, “हमें उम्मीद है कि आप (पीएम मोदी) योग दिवस कार्यक्रम के दौरान किए गए अपने वादे को जल्द ही पूरा करेंगे। जम्मू-कश्मीर जल्द ही देश में एक राज्य के रूप में अपनी जगह लेगा। इस खुशी के मौके पर, मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं कि आप इस भीषण ठंड में यहां आए और इस सुरंग का उद्घाटन किया।”
उन्होंने आगे कहा, “मौसम ने भी आपका साथ दिया… एक भी बादल नहीं है और सूरज चमक रहा है। हमारे दिलों में गर्मजोशी की कोई कमी नहीं है। हमें उम्मीद है कि आप जम्मू-कश्मीर आते रहेंगे और हमारी खुशियों में शामिल होते रहेंगे।”
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग, जिसे जेड-मोड़ सुरंग के नाम से भी जाना जाता है, श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे सोनमर्ग रिसॉर्ट को शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित किया जा सकेगा।
अब्दुल्ला ने कहा, सुरंग गांदरबल जिले में सोनमर्ग रिसॉर्ट को प्रसिद्ध गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट शहर की तरह शीतकालीन खेल स्थल के रूप में विकसित करने में सक्षम बनाएगी।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “मैं मानता हूं कि जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक नए अध्याय का आरंभ है…इस टनल के खुलने से ना सिर्फ सोनमर्ग में टूरिज्म सेक्टर की किस्मत खुलेगी बल्कि 12 महीने यातायात चालू होने से इस इलाके की सामाजिक और आर्थिक दशा भी बदलेगी…विंटर टूरिज्म के लिए यह टनल एक गेम चेंजर साबित होने वाली है।”
2,700 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, लगभग 12 किमी लंबी सोनमर्ग सुरंग परियोजना में 6.4 किमी लंबी सोनमर्ग मुख्य सुरंग, एक निकास सुरंग और पहुंच सड़कें शामिल हैं।
समुद्र तल से 8,650 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित, सोनमर्ग सुरंग श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी। बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों के बीच स्थित, सोनमर्ग सुरंग से क्षेत्र के व्यापार और पर्यटन क्षेत्रों की पूरी क्षमता खुलने की उम्मीद है।
2028 तक पूरा होने वाली ज़ोजिला सुरंग के साथ, सोनमर्ग सुरंग श्रीनगर और लद्दाख के बीच निर्बाध NH-1 कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने में मदद करेगी। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि इस बढ़ी हुई कनेक्टिविटी से रक्षा रसद को बढ़ावा मिलेगा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में आर्थिक विकास और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण को बढ़ावा मिलेगा।