भारतीय रिजर्व बैंक को एक ईमेल मिला है जिसमें बैंक के मुंबई स्थित मुख्यालय को विस्फोटकों से उड़ाने की धमकी दी गई है। धमकी भरा ईमेल आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की आधिकारिक ईमेल आईडी पर 12 दिसंबर को रूसी भाषा में भेजा गया, जिसमें लिखा था, ‘तुम्हें उड़ा देंगे।’ धमकी भरे ईमेल के बारे में इनपुट मिलने पर, मुंबई पुलिस ने ईमेल भेजने वाले के के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।
धमकी भरे ईमेल के बारे में बात करते हुए मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ था। ईमेल रूसी भाषा में था और इसमें बैंक को उड़ाने की चेतावनी दी गई थी। माता रमाबाई मार्ग (एमआरए मार्ग) पुलिस स्टेशन में अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है।”
बीते कुछ दिनों से देश में विमानों-स्कूलों को बम से उड़ाने के कई धमकी भरे कॉल और मेल आ चुके हैं। 9 दिसंबर को 44 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल मिला था। इसके बाद कई जांच एजेंसियों ने स्कूल परिसर की तलाशी ली थी। धमकी के बाद बच्चों को वापस घर भेज दिया गया था। मेल भेजने वाले ने बम विस्फोट न करने के बदले 30 हजार अमेरिकी डॉलर मांगे थे।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक को ईमेल भेजने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल किया गया था या नहीं और ईमेल भेजने वाले के आईपी पते का भी पता लगा रहे हैं।
यह धमकी भरा ईमेल नए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभालने के कुछ दिनों बाद आया है। मल्होत्रा ने शक्तिकांत दास की जगह ली है, जिन्होंने छह साल तक इस पद पर काम किया।
राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी मल्होत्रा का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने किया था।
पिछले महीने की शुरुआत में, मुंबई में आरबीआई ग्राहक सेवा केंद्र को भी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का “सीईओ” होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति से धमकी भरा फोन आया था। उसने सेंट्रल बैंक को बम से उड़ाने की धमकी भी दी थी। धमकी देने वाले ने यह कहते हुए फोन रखा कि पीछे का रास्ता बंद कर दो, इलेक्ट्रिक कार खराब हो गई है।
मामला तुरंत मुंबई पुलिस तक पहुंचाया गया, जिसने तलाशी ली। हालांकि, कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।