पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस बल के निचले स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों की खिंचाई की। राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार को निर्देश दिया कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे किसी भी अधिकारी या राजनीतिक नेता को कानूनी कार्रवाई से नहीं बचाया जाना चाहिए।
बैठक में बनर्जी ने कहा, “स्थानीय पुलिस मदद नहीं कर रही है। हर कोई नेताओं को दोषी ठहराता है। वे रिश्वत लेने से पहले दस बार सोचते हैं। पुलिस सहित कुछ निचले स्तर के अधिकारी रिश्वत ले रहे हैं। चाहे कोयला या सीमेंट तस्करी हो, भूमि विभाग हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठा है? सभी अवैध खनन को रोकना होगा।”
ममता बनर्जी ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि अगर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवान रिश्वत लेते या कोयला चोरी से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल पाए जाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
ममता ने कहा, “अगर सीआईएसएफ कर्मी पैसे ले रहे हैं, तो उनको गिरफ्तार किया जा सकता है। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी। अगर कोई राजनेता ऐसा कर रहा है तो उसे कानूनी तौर पर गिरफ्तार करो। मुझे पैसे की जरूरत नहीं है, मैं जाकर लोगों से पूछूँगी। किसी को मत छोड़ना।”
उन्होंने कहा, “कुछ लोग सोचते हैं कि कोई उन्हें बचा लेगा, लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। मैं सीआईडी में फेरबदल करूंगी। जिसके भी खिलाफ आरोप हैं, कार्रवाई होनी चाहिए। किसी को मत छोड़ना।”
ममता बनर्जी की यह तीखी टिप्पणी राज्य में हाल की घटनाओं को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेताओं द्वारा पुलिस की आलोचना करने के बाद आई है।
बनर्जी ने पुलिस को राज्य में नकली मुद्राओं और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर उच्च स्तर की सतर्कता बनाए रखने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं पुलिस को सतर्क रहने के लिए कह रही हूं। नकली मुद्रा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के माध्यम से आ रही है, और यह केंद्रीय सीमा के अंतर्गत है, और वे ज्यादा कुछ नहीं कर रहे हैं। हमारी आंतरिक सीमाओं को सतर्क रहने की जरूरत है, नाका चेकिंग को सक्रिय करना होगा। हथियार आ रहे हैं। रेलवे, आरपीएफ को भी जांच करनी होगी।”
उन्होंने फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करके प्रवेश करने वाले लोगों की पहचान की जांच करने पर बीएसएफ और सीआईएसएफ पर भी सवाल उठाया।
ममता ने कहा, “सीमा सुरक्षा बल, केंद्र सरकार के अधीन है, उन्हें अच्छा काम करना होगा, हम सहयोग देंगे। मैं कैसे जांच करूंगी कि कोई फर्जी पासपोर्ट के साथ प्रवेश कर रहा है या नहीं? सीआईएसएफ हवाई अड्डों की जांच करती है, मैं नहीं।”