कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पड़ोसी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों पर लगातार हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं और उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। कांग्रेस महासचिव ने यह भी कहा कि धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, “पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमलों की खबरें विचलित करने वाली हैं। किसी भी सभ्य समाज में धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले अस्वीकार्य हैं। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में जल्द हालात सामान्य होंगे और वहां की नवनिर्वाचित सरकार हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करेगी।”
प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति के बीच आई है, जिसमें पिछले सप्ताह शेख हसीना के नेतृत्व वाली आवामी लीग सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं।
विशेष रूप से, हिंसा की लहर ने देश भर में हिंदू समुदायों को भी निशाना बनाया। शेख हसीना के देश छोड़ने और भारत भाग जाने के बाद बांग्लादेश में हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया और आवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेता मारे गए।
इस बीच, बांग्लादेश के अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस ने हिंदू छात्रों और समुदाय के सदस्यों के साथ एक बैठक बुलाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को 5 अगस्त से अब तक 52 जिलों में हमले की कम से कम 205 घटनाओं का सामना करना पड़ा है।
पड़ोसी देश में कई अल्पसंख्यक समूह अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए कानून लागू करने की मांग कर रहे हैं। एक हिंदू छात्र समूह ने यूनुस को सौंपने के लिए मांगों की आठ सूत्री सूची भी तैयार की है।