सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के विधायक बेदी राम, जिनका नाम नीट पेपर लीक मामले में सामने आया है, कई अन्य पेपर लीक घोटालों में भी शामिल रहे हैं। उनके हलफनामे के अनुसार, उनके खिलाफ दर्ज नौ मामलों में से आठ पेपर लीक से संबंधित हैं। बेदी राम के खिलाफ पुलिस और रेलवे में भर्ती के लिए परीक्षा के पेपर लीक करने के आरोप में राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में मामले दर्ज किए गए हैं।
2009 में जयपुर में स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने रेलवे भर्ती पेपर लीक मामले में बेदी राम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पेपर लीक मामले में भोपाल में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भी उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं।
2006 में रेलवे में भर्ती का प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में बेदी राम पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया था। दो साल बाद एक और मामला गोमती नगर में दर्ज हुआ।
2010 में पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में बेदी राम के खिलाफ जौनपुर के मड़ियाहूं में एफआईआर दर्ज की गई थी। 2014 में एक और मामला दर्ज किया गया।
बुधवार को कांग्रेस ने एक वायरल वीडियो सामने आने के बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला किया। इस वीडियो में सुभासपा विधायक राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने में कई उम्मीदवारों की मदद करने का दावा कर रहे हैं।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि बेदी राम विधायक बनने से पहले पेपर लीक मामले में जेल की सजा काट चुके हैं।
फुटेज में बेदी राम को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह एक अभ्यर्थी को पास कराने के बदले पैसे लेता है। वह आगे कहते हैं कि अगर पेपर रद्द हुआ तो वह जिम्मेदार नहीं हैं।
कांग्रेस ने कहा कि अगर वीडियो सच है, तो पेपर लीक में भाजपा सरकार की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि एसबीएसपी एनडीए की सहयोगी थी।