भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के दल 7 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सूत्रों ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार गठन की प्रक्रिया पर तेजी से काम करें। एनडीए बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने पीएम से कहा, “जल्दी कीजिए।”
लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद दिल्ली में एनडीए गठबंधन सहयोगियों की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा, “सरकार बनाने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए। हमें इसे जल्द से जल्द करना चाहिए।”
एनडीए के सहयोगियों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना है। एनडीए के 21 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित प्रस्ताव में कहा गया है, ”हमने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना है।”
NDA की बैठक में चंद्रबाबू नायडू, चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, जीतन राम मांझी, पवन कल्याण, अनुप्रिया पटेल, प्रफुल पटेल, चिराग पासवान, कुमारस्वामी, चिराग पासवान और जयंत चौधरी मौजूद रहे।
बैठक के बाद TDP प्रमुख नायडू ने कहा कि बैठक अच्छी रही। हम NDA के साथ मिलकर चुनाव लड़े तभी मीटिंग में शामिल हुए। नायडू ने कहा कि आप लोगों को क्यों शक है? अगर हम गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो साथ मिलकर चुनाव कैसे लड़ते? हम साथ रहे, 3 पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा।
इस बीच 7 जून को सुबह 11 बजे NDA की बैठक बुलाई गई है, जिसमें संसदीय दल के नेता शामिल होंगे। 7 जून को पीएम मोदी को NDA के घटक दल का नेता चुना जाएगा।
सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी 7 जून को दिल्ली बुलाया गया है। सभी मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं की बैठक 7 जून को भाजपा मुख्यालय में होगी।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि नरेंद्र मोदी 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
इससे पहले बुधवार दिन में मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति को 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंत्रिमंडल की सलाह को स्वीकार कर लिया और संविधान के अनुच्छेद 85 के खंड (2) के उप-खंड (बी) की ओर से मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए 17वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। लोकसभा चुनाव परिणामों पर चर्चा करने और नई सरकार के गठन के विवरण पर विचार-विमर्श करने के लिए दिल्ली में एनडीए की बैठक आयोजित की गई थी।