कांग्रेस नेता राहुल गांधी 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान में मैदान में होंगे। गांधी वायनाड से कांग्रेस के मौजूदा सांसद हैं और इस बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) नेता एनी राजा उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उत्तरी हैं। वायनाड सीट पर मुकाबला खत्म होने के साथ, अब सभी की निगाहें उत्तर प्रदेश के रायबरेली और अमेठी के चुनावी परिदृश्य पर हैं। अमेठी और रायबरेली के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नामांकन भी 26 अप्रैल को ही खुलने वाले हैं। सूत्रों ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के अमेठी और रायबरेली जाने से पहले अयोध्या जाने और राम मंदिर में प्रार्थना करने की संभावना है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा इन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ सकते हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मोर्चे पर कोई भी औपचारिक घोषणा या प्रगति 30 अप्रैल से पहले नहीं हो सकती है। यूपी की दो सीटों के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की संभावित उम्मीदवारी के बारे में कांग्रेस नेता चुप्पी साधे हुए हैं।
चर्चा को बढ़ाते हुए, सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राम लला से आशीर्वाद लेने के लिए प्रियंका और राहुल गांधी अयोध्या की संभावित यात्रा कर सकते हैं। हालाँकि, इस घटनाक्रम की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने संकेत दिया कि यदि दोनों नेता चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो बैक-टू-बैक नामांकन की संभावना हो सकती है। 3 मई नामांकन का आखिरी दिन है, जिसकी वजह से कांग्रेस खेमे के भीतर निर्णय लेने की प्रक्रिया में भी तेजी आ गई है।
राहुल गांधी ने 2004 में अमेठी से अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी और 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हारने से पहले तीन बार सीट जीती। हालांकि, गांधी वायनाड से लोकसभा सीट सुरक्षित करने में कामयाब रहे थे।
2004 से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रहा है। 2004 से सोनिया गांधी के पास रायबरेली सीट थी। हालांकि, फरवरी में, सोनिया गांधी राज्यसभा के लिए चुनी गईं और उन्होंने घोषणा की कि वह 2024 के आम चुनावों में रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी। विशेष रूप से, रायबरेली उत्तर प्रदेश की एकमात्र सीट थी जहां कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतने में कामयाब रही।
लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या इस साल के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के गढ़ रायबरेली और अमेठी को कोई गांधी दावेदार मिलेगा।
दोनों सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा।