कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शेष 63 सीटें अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (एसपी) और इंडिया ब्लॉक के अन्य गठबंधन सहयोगियों के लिए होंगी। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, “मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यह निर्णय लिया गया है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शेष 63 सीटों पर भारतीय गठबंधन – सपा और अन्य गठबंधन दलों के उम्मीदवार होंगे।”
यह घोषणा 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए पिछले साल जून में गठित विपक्ष के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के बीच पहली बड़ी सीट-बंटवारे समझौते के रूप में आई है।
समझौते के मुताबिक, कांग्रेस अपने गढ़-रायबरेली और अमेठी में उम्मीदवार उतारेगी। इसके अलावा पार्टी, कानपुर नगर, फ़तेहपुर सीकरी, बासगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, अमरोहा, झाँसी, बुलन्दशहर, ग़ाज़ियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया की लोकसभा सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी सीट पर भी कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी।
कांग्रेस की तरफ से यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीट शेयरिंग डील फाइनल होने की जानकारी दी। बता दें कि यूपी में 7 साल बाद कांग्रेस और सपा दोबारा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दोनों दलों ने साथ मिलकर 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था।
यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा, “ये गठबंधन मजबूती से लड़ेगा और हम NDA को हराएंगे। 17 सीट पर सपा हमारा समर्थन करेगी। 63 सीट पर कांग्रेस, सपा का समर्थन करेगी।”
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि इस लोकसभा चुनाव में हम प्रभावी तरीके से और लोकतांत्रिक पार्टियों के साथ लेकर केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को शिकस्त दे सकते हैं।
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा, “BJP को सत्ता से बाहर करने के लिए गठबंधन किया है। सपा नेता ने कहा कि INDIA गठबंधन BJP को सत्ता से बाहर करने में सक्षम होगा। INDIA गठबंधन जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा।”
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा, “आज उचित समय पर गठबंधन के स्वरूप को रखा है. सपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मिसाल पेश की है.”
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कम समय बचा है। ऐसे में गठबंधन ने तय किया है कि महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी समेत किसानो के मुद्दों के साथ रहेगी।
दोनों दलों के बीच मध्य प्रदेश की एक सीट को लेकर भी डील हो गई है। खजुराहो की सीट पर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार खड़ा करेगी, जबकि बाकी मध्य प्रदेश की बाकी सीटों पर कांग्रेस का समाजवादी पार्टी समर्थन करेगी।
प्रियंका गांधी रहीं इस गठबंधन की ‘वास्तुकार’!
दोनों पार्टियों के बीच हफ्तों से चले आ रहे गतिरोध को तोड़ने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा की अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया। प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने पुष्टि की कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन होगा।
अमेठी और रायबरेली में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा, “अंत भला तो सब भला। कोई विवाद नहीं है। गठबंधन होगा।”
सूत्रों ने बताया कि सीट-बंटवारे के फाइनल किए जाने की सूत्रधार प्रियंका गांधी थीं। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी ने बातचीत की शुरुआत की और राहुल गांधी से इस मामले पर चर्चा करने के बाद अखिलेश यादव से बात की।