राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को आतंकी फंडिंग मामले की जांच के तहत दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और शोपियां में कई स्थानों पर छापेमारी की है। यह मामला अपने पाकिस्तानी कमांडरों या संचालकों के इशारे पर विभिन्न छद्म नामों से संचालित आतंकी समूहों द्वारा रची गई आतंकी फंडिंग और आपराधिक साजिश से संबंधित है।
Jammu and Kashmir | NIA raids underway in Pulwama. pic.twitter.com/rRxyKO7KnR
— ANI (@ANI) May 15, 2023
फिजिकल और साइबर स्पेस- दोनों में साजिश रचने से संबंधित मामलों में बडगाम, शोपियां, पुलवामा, श्रीनगर और अनंतनाग में 13 स्थानों पर भी तलाशी चलाई गई है। एनआईए द्वारा ये छापे जम्मू-कश्मीर में स्टिकी बमों, आईईडी और छोटे हथियारों से हिंसक आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए अभियुक्त आतंकवादी संगठनों पर व्यापक कार्रवाई है।
J&K | State Investigation Agency (SIA) raids underway in Vidhata Nagar area in Jammu in terror network case. pic.twitter.com/L04BsOBWvo
— ANI (@ANI) May 15, 2023
इससे पहले 11 मई को जांच एजेंसी ने कांसीपोरा में अब्दुल खालिक रेगू, सैयद करीम में जावीद अहमद धोबी और बारामूला जिले की सांगरी कॉलोनी में शोएब अहमद चूर के आवास पर आतंकवादी साजिश के मामले में छापेमारी की थी।
एनआईए की यह कार्रवाई पुंछ में घातक आतंकी हमले के कुछ हफ्तों बाद आई है जिसमें पांच सैनिक मारे गए थे। पुंछ हमले के कुछ दिनों बाद, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में घने जंगलों वाले इलाके में सेना द्वारा घेर लिए गए आतंकवादियों ने विस्फोट कर दिया, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए। इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हुए विस्फोट में एक अधिकारी भी घायल हो गए थे।
इससे पहले, एनआईए ने अदालत के आदेशों के बाद गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर तीन आरोपी व्यक्तियों की संपत्तियों को कुर्क किया था।
NIA नए आतंकी संगठनों जैसे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (UL J & K), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (MGH), कश्मीर स्वतंत्रता सेनानी (JKFF), कश्मीर टाइगर्स, PAAF और अन्य के जम्मू और कश्मीर के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने के बाद ये आतंकवादी समूह एक्टिव हुए हैं। इन संगठनों ने पिछले तीन वर्षों में, विशेषकर जम्मू के पीर पंजाल क्षेत्र में किए गए अधिकांश आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, “जांच से पता चला है कि पाक स्थित आतंकवादी कश्मीर घाटी में अपने गुर्गों और कार्यकर्ताओं को हथियार, बम, ड्रग्स आदि पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे।”
पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सहायता से केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने कश्मीर के श्रीनगर, बारामूला, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग और बडगाम जिलों के साथ-साथ जम्मू के पुंछ, राजौरी और किश्तवाड़ जिलों में कई स्थानों पर छापे मारे हैं।