देश के अलग अलग राज्यों की पुलिस फरार चल रहे खालिस्तानी समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह की खोज में लगी है लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। इस बीच अब खबर है कि अमृतपाल सिंह ने ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के संस्थापक और दिवंगत अभिनेता दीप सिद्धू की लोकप्रियता को भुनाने के लिए वारिस पंजाब दे जैसा दिखने वाला संगठन बनाया था। अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चला है कि, मौजूदा संगठन ( ‘वारिस पंजाब दे’) पर नियंत्रण करने में विफल रहने के बाद उसने ‘वारिस पंज-आब दे’ संगठन बनाया, जो कि ‘वारिस पंजाब दे’ के ही समान था।
इस बीच, अमृतपाल सिंह की एक और तस्वीर (सेल्फी) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई है। सेल्फी मंज अमृतपाल सिंह को एक एनर्जी ड्रिंक कैन पकड़े हुए और सहयोगी पापलप्रीत सिंह के साथ तस्वीर लेते हुए दिखाया गया है। इस फोटो में अमृतपाल सिंह सर्दियों के कपड़े पहने और नर्क एनर्जी ड्रिंक का लाल रंग का कैन पकड़े हुए दिख रहा है। फोटो के स्थान और समय की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है। वायरल फोटो में अमृतपाल सिंह के साथ नजर आ रहे पापलप्रीत सिंह को भी अधिकारी खोज रहे हैं हैं। वह 18 मार्च से अमृतपाल सिंह के साथ फरार चल रहा है।
पंजाब पुलिस ने सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत अब तक सात लोगों को हिरासत में लिया है और हिरासत में लिए गए 353 लोगों में से 197 को रिहा कर दिया है।
इस नए संगठन को लेकर पुलिस ने क्या कहा है?
– पुलिस को जो डॉक्यूमेंट मिले हैं उनके अनुसार दीप सिद्धू के भाई मनदीप ने फतेहगढ़ साहिब से 4 जुलाई 2022 को ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की शुरुआत की थी।
– दीप के भाई ने कहा था कि यह संगठन उनके मृत भाई के विजन को पूरा करने के लिए और पंजाब के लोगों की सेवा करने के लिए बनाया गया है। इस संगठन के कई सख्त नियम भी बनाए गए थे।
– जब अमृतपाल विदेश से अगस्त 2022 में वापस लौटा, उसने वारिस पंजाब दे के पेपर मांगे, जिसे मनदीप ने देने से इनकार कर दिया।
– इसके ठीक बाद एक नया ऑर्गेनाइजेशन जिसका नाम ‘वारिस पंज-आब दे’ रखा गया, लोगों के सामने आया। इसके ऑफिशियल पेज पर सिद्धू के फेसबुक को भी लिंक किया गया था। यह संगठन मोगा जिले में रजिस्टर्ड करवाया गया था. इसकी डेट 15 दिसंबर 2021 दिखाई गई।
– वारिस पंज-आब दे के फेसबुक पेज पर कई फॉलोअर्स आने लगे, क्योंकि इसने लोगों के बीच कन्फ्यूजन पैदा कर दिया था। सभी को लगा कि दीप के संगठन को अमृतपाल ने टेक ओवर किया है।
– अमृतपाल ने इस संगठन का रजिस्ट्रेशन बैकडेट में जाकर करवाया था। इसमें डुनेके गांव का पता लिखा गया जो कि मोगा जिले में आता है। यह पता अमृतपाल के करीबी गुरमीत सिंह बुक्कानवाला के नाम पर था।
पंजाब पुलिस ने भगोड़े कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल और उसके सहयोगी को कथित तौर पर शरण देने के आरोप में पटियाला से एक महिला को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, अमृतपाल और उसका सहयोगी पापलप्रीत सिंह कथित तौर पर 19 मार्च को पटियाला के हरगोबिंद नगर में बलबीर कौर के आवास पर रुके थे।
पुलिस ने कहा कि कौर ने कथित तौर पर अमृतपाल और पापलप्रीत को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद ले जाने से पहले पांच से छह घंटे तक आश्रय दिया। अमृतपाल सिंह को शरण देने के मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले, पुलिस ने तेजिंदर सिंह गिल को गिरफ्तार किया था और उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 212 के तहत मामला दर्ज किया था। पंजाब पुलिस ने कहा था कि गिल के पास से एक फोन बरामद किया गया, जिसके पास खालिस्तान का झंडा, प्रतीक और मुद्रा मिला।
दूसरी तरफ सिखों के संगठन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने अमृतपाल के साथियों को 24 घंटे के अंदर रिहा करने का अल्टीमेटम दिया है। SGPC के प्रमुख हरजिन्दर सिंह धामी ने कहा है कि सरकार 24 घंटे में अमृतापाल के साथियों को रिहा करे। अगर ऐसा न किया गया तो SGPC संगठन गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करेगा। धामी ने ऐसे लोगों से उन्हें संपर्क करने के लिए कहा है, जिनके परिवार के किसी भी सदस्य को अब तक पंजाब पुलिस ने इस मामले में पकड़ा है। SGPC ने कहा है कि उन परिवारों से संपर्क के बाद अदालत में याचिका दाखिल की जाएगी।
बता दें कि पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर की जा रही छापेमारी मंगलवार को ग्यारहवें दिन में प्रवेश कर गई है। खुफिया एजेंसियों द्वारा खालिस्तानी अलगाववादी के नेपाल के रास्ते भाग जाने की खबर के बाद नेपाल सीमा चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है। अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की नज़रों से बचता रहा है, हालाँकि, वह राज्य भर के सीसीटीवी में कैद हो गया है। एक सीसीटीवी फुटेज में वह धूप का चश्मा पहने और सड़क पर चलते हुए फोन पर बात करते हुए देखा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक वाहन बदलने के बाद अमृतपाल मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गया।