उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। अनिरुद्ध सिंह का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वे एक स्थानीय व्यवसायी से वीडियो कॉल पर 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगते दिख रहे हैं। वाराणसी के पुलिस आयुक्त को तीन दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर वीडियो साझा करते हुए राज्य सरकार पर अपराध पर अंकुश लगाने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। यादव ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि क्या वह उनके खिलाफ “बुलडोजर” कार्रवाई करेंगे?
सपा अध्यक्ष ने वीडियो का 10 सेकेंड का हिस्सा ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा, “उप्र में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त भाजपा सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी। उप्र की जनता देख रही है कि ये है अपराध के प्रति भाजपा की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई”।
उप्र में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त भाजपा सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी।
उप्र की जनता देख रही है कि ये है अपराध के प्रति भाजपा की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई। pic.twitter.com/JsMAhzRFPU
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 12, 2023
मेरठ पुलिस ने ट्विटर पर अपने जवाब में कहा, “यह वीडियो 2 साल से अधिक पुराना है और इसका मेरठ से कोई संबंध नहीं है। मामले की जांच पूरी कर ली गई है।”
उपरोक्त वीडियो 02 वर्ष से अधिक पुराना है जिसका संबंध जनपद मेरठ से नहीं है। प्रकरण के संबंध में पूर्व में ही जांच पूर्ण हो चुकी है।
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) March 12, 2023
कथित वीडियो उस समय का बताया जा रहा है जब बिहार के रहने वाले अनिरुद्ध सिंह मेरठ जिले में तैनात थे।
बाद में राज्य के पुलिस महानिदेशक ने एक बयान जारी कर कहा कि पुलिस वीडियो की सामग्री की जांच कर रही है। ये वीडियो दो साल से अधिक पुराना है।
डीजीपी द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि, ‘मेरठ जिले में एसपी ग्रामीण के पद पर नियुक्त आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह वीडियो कॉल के जरिए एक व्यक्ति से बातचीत करते नजर आ रहे हैं। उक्त वीडियो के आधार पर सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। उक्त मामला 2 साल पुराना है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अधिकारी के वर्तमान पदस्थ वाराणसी से इसकी जानकारी ली है और 3 दिन में रिपोर्ट मांगी है’।
एक जांच अनिरुद्ध सिंह की पत्नी के खिलाफ भी चल रही है। सिंह की पत्नी भी एक आईपीएस अधिकारी हैं। उनके खिलाफ अपने मकान मालिक को किराया नहीं देने का मामला है। डीजीपी कार्यालय ने कहा कि आरती सिंह जो कि डीसीपी वरुणा जोन कमिश्नरेट, वाराणसी के पद पर तैनात हैं, उन पर अपने फ्लैट का किराया नहीं देने का आरोप लगाया गया है।
डीजीपी कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज़ में कहा है कि, “आरती सिंह अनिरुद्ध सिंह की पत्नी हैं। हमें पता चला है कि आरती सिंह ने अपना किराया चुका दिया है और कोई बकाया नहीं है, लेकिन पुलिस मुख्यालय ने आयुक्त वाराणसी से मामले की जांच करने और 3 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है।”