यूके में कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के दौरान राहुल गांधी की टिप्पणी के कुछ ही दिनों बाद देश में विवाद खड़ा हो गया था। कांग्रेस नेता ने सोमवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन में ब्रिटिश सांसदों से कहा कि भारत में सांसद होना काफी कठिन है।
राहुल ब्रिटिश संसद के ग्रैंड कमेटी कक्ष में 90 मेहमानों से खचाखच भरे कमरे में बोल रहे थे, जिसमें लॉर्ड्स, डेम्स, सांसद, शिक्षाविद, जनता और मीडिया के सदस्य शामिल थे।
Shri @RahulGandhi had an insightful interaction with UK’s Members of Parliament, respected academics, journalists, community leaders and leaders of the Indian Overseas Congress at the Grand Committee Room, UK Parliament, earlier today. pic.twitter.com/cqSPRIAALR
— Congress (@INCIndia) March 6, 2023
राहुल गांधी ने सितंबर 2022 से जनवरी 2023 तक की अपनी 3500 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के अपने अनुभव भी इन सांसदों के साथ साझा किए।
भारत जोड़ो यात्रा करने के पीछे के कारण के बारे में पूछे जाने पर, राहुल गांधी ने कहा, “जब मैं पहली बार राजनीति में आया, तो मेरा भारत और राजनीति के बारे में एक विशेष दृष्टिकोण था। उन दिनों मेरा मानना था कि कोई भी भारतीय जो कहना चाहता है वह कह सकता है। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बातचीत जो पहले पूरी तरह से खुली और स्वतंत्र हुआ करती थी, अब दबा दी गई है और अवरुद्ध हो गई है”।
उन्होंने आगे कहा कि, ‘आरएसएस और बीजेपी संस्थानों में घुसपैठ कर रहे हैं। वे इन संस्थानों पर दबाव बना रहे हैं और (इसलिए) बातचीत संभव नहीं है। इसीलिए (मैंने) भारत जोड़ो यात्रा की’।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का केंद्रीय विचार यह था कि “भारत को फिर से बात शुरू करने की जरूरत है”। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह ‘बीजेपी को कोई नहीं हरा सकता’, वो इस नैरेटिव में विश्वास नहीं करते हैं।
राहुल ने कहा- “कांग्रेस पार्टी एक विचार है। हमने बीजेपी की तुलना में कई वर्षों तक देश पर शासन किया है। ‘बीजेपी को कोई नहीं हरा सकता’ मीडिया में एक नैरेटिव है। मैं मीडिया में आख्यान नहीं सुनता। मैं जमीन पर लोगों को सुनता हूं”।
राहुल गांधी ने ब्रिटिश सांसदों को दिए जा रहे अपने संबोधन को आशावादी नोट पर समाप्त किया और कहा कि दुनिया में “भारत के लिए एक ठोस स्थान” है। उन्होंने कहा कि वह आशावादी हैं कि मौजूदा अशांति से निपट लिया जाएगा।