दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में अपनी पार्टी के सहयोगी मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।
अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, “भारत का नाम रोशन करने वाले दो लोगों को पीएम ने जेल भेजा है। एक्साइज पॉलिसी तो बहाना है, कोई घोटाला नहीं हुआ। पीएम दिल्ली में अच्छा काम बंद करना चाहते थे..मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने शिक्षा में अच्छा काम किया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने स्वास्थ्य में अच्छा काम किया। प्रधानमंत्री नहीं चाहते कि अच्छा काम हो।” मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘कोई काम नहीं रुकेगा’।
हमारे मंत्रियों को झूठे केस में गिरफ़्तार करके ये दिल्ली के काम रोकना चाहते हैं। मैं दिल्ली वालों को भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि दिल्ली के काम बिल्कुल नहीं रुकेंगे। https://t.co/0jLkjvHBIe
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 1, 2023
आम आदमी पार्टी के चीफ ने जेल में बंद अपने मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा, “अगर मनीष सिसोदिया आज बीजेपी में शामिल होते हैं, तो क्या उन्हें कल रिहा नहीं किया जाएगा? सारे केस वापस ले लिए जाएंगे। अगर सत्येंद्र जैन आज भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो सभी मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे और उन्हें कल जेल से रिहा कर दिया जाएगा। मुद्दा भ्रष्टाचार नहीं काम बंद करना और विरोध के बाद सीबीआई-ईडी भेजना है”।
दिल्ली सरकार का काम नहीं रुकने का आश्वासन देते हुए केजरीवाल ने कहा कि सौरभ भारद्वाज और आतिशी, जिन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल करने की सिफारिश की गई है, वो सिसोदिया और जैन के कामों को आगे बढ़ाएंगे।
केजरीवाल ने आगे कहा कि, घंटों तक चली छापेमारी के बाद सीबीआई अधिकारी सिसोदिया के आवास से 10,000 रुपये भी बरामद नहीं कर सके। आप संयोजक ने कहा कि, “यह तय किया गया है कि गिरफ्तारी के खिलाफ AAP घर-घर जाकर प्रचार करेगी और हर घर में जाएगी, हर व्यक्ति से बात करेगी। हम उन्हें समझाएंगे कि कैसे पीएम इंदिरा गांधी की तरह चरम पर जा रहे हैं… लोग जवाब देंगे, वे सब कुछ देख रहे हैं और गुस्से में हैं”।
मंगलवार शाम की हंगामेदार घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह पहला सार्वजनिक बयान है।
केजरीवाल का बीजेपी पर प्रहार – कि सिसोदिया और जैन के खिलाफ मामले हटा दिए जाएंगे यदि वे भाजपा में शामिल हो गए – अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी की गूंज है जो कहते हैं कि केंद्र प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने और परेशान करने के लिए सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों का उपयोग करता है।
मालूम हो कि पिछले साल अगस्त में मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि बीजेपी ने उनसे केवल इस तरह के प्रस्ताव के साथ संपर्क किया था – कि अगर वह बीजेपी में शामिल हुए तो उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए जाएंगे। सिसोदिया ने उस समय ट्वीट किया, “बीजेपी से संदेश मिला – आप छोड़ो और बीजेपी में शामिल हो जाओ। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सीबीआई-ईडी द्वारा आपके खिलाफ सभी मामले बंद हों।” उन्होंने कहा था- “मेरा जवाब – मैं एक राजपूत, महाराणा प्रताप का वंशज हूं। मेरा सिर काट दूंगा, लेकिन भ्रष्टाचार के आगे नहीं झुकूंगा। मेरे खिलाफ सभी मामले झूठे हैं”।