कर्नाटक में बीजेपी नेता एवं पूर्व मंत्री ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिससे भारी विवाद खड़ा हो गया है। राज्य के पूर्व जल संसाधन मंत्री रमेश जारकीहोली ने एक रैली में घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रति वोट 6,000 रुपये देगी। सेक्स स्कैंडल में कथित भूमिका की वजह से वर्ष 2021 में जरकीहोली को इस्तीफा देना पड़ा था और बीजेपी ने तुरंत खुद को उनसे दूर कर लिया था।
जिस रैली में बीजेपी नेता ने ये बयान दिया उसका आयोजन उनके समर्थकों ने बेलगावी के सुलेबावी गांव में किया था। कांग्रेस की लक्ष्मी हेब्बलकर बेलगावी जिले से बेलगावी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। रमेश जारकीहोली बेलगावी में गोकक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रमेश जारकीहोली ने रैली में कहा, “मैं देख रहा हूं कि वे निर्वाचन क्षेत्र में अपने वोटरों को गिफ्ट बांट रही हैं। अब तक उन्होंने करीब 1,000 रुपये कीमत के रसोई के उपकरण, जैसे कुकर और मिक्सर दिए होंगे। वे गिफ्ट का एक और सेट दे सकती हैं। इन सभी को मिलाकर करीब 3000 रुपये खर्च होते हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अगर हम आपको 6,000 रुपये नहीं देते हैं तो हमारे उम्मीदवार को वोट न दें।”
कर्नाटक के सिंचाई मंत्री गोविंद करजोल ने जरकोली के बयान का तुरंत खंडन किया। उन्होंने कहा कि, “हमारी पार्टी में इस तरह की चीजों के लिए कोई जगह नहीं है। हमारी पार्टी एक विचारधारा पर बनी है, जिसके कारण यह देश की सत्ता में आई है और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई है।” करजोल ने आगे कहा कि, “2023 के चुनावों में भी हम स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे।”
रमेश जारकीहोली के बयान का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि “अगर कोई व्यक्ति ऐसा बयान देता है तो यह पार्टी का बयान नहीं है। यह उनका निजी विचार है।”
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि बीजेपी के पूर्व मंत्री की टिप्पणियों पर ध्यान दिया जाए।
कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने कहा, “ये बयान बीजेपी में भ्रष्टाचार के स्तर को दिखाता है। चुनाव आयोग या आईटी या ईडी इस पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं?”
कांग्रेस एमएलसी नागराज यादव ने कहा कि, “रमेश ने जो कहा है वह असंवैधानिक है। आचार संहिता अभी तक लागू नहीं हुई है। एक बार जब ऐसा हो जाता है, अगर इस तरह के बयान दोहराए जाते हैं, तो उन्हें या बीजेपी के किसी भी व्यक्ति को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बीजेपी के सभी विधायक 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार करके पार्टी में बरकरार हैं। उन्होंने रिश्वत के माध्यम से पर्याप्त रकम जमा किया है। बीजेपी अब चुनावों के दौरान भी ऐसा ही करने की योजना बना रही है। मैं चुनाव आयोग से इस मामले को देखने की मांग करता हूं।”
बता दें कि कर्नाटक में 2019 में सत्ता में आई बीजेपी लगातार दूसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रही है।