बीजेपी ने इस साल होने वाले 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 के आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में सोमवार और मंगलवार को दो दिवसीय पार्टी कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में किया गया।
भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक आज नई दिल्ली में संपन्न हुई।
सशक्त और सर्वसमावेशी नए भारत के निर्माण में भाजपा पूर्णतः संकल्पित है।#BJPNEC2023 pic.twitter.com/u26EAqsZ8z
— BJP (@BJP4India) January 17, 2023
बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमजोर बूथों की पहचान कर उस पर मजबूती से काम करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी ने ऐसे 72000 बूथों की पहचान की है। अब तक 1 लाख 32 हजार बूथों पर पार्टी पहुंच चुकी है। उन्होंने जानकारी दी कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक में कहा है- 2023 हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जीतना है।
इस बैठक में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, सभी महासचिव, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी प्रदेशाध्यक्ष और पदाधिकारी भी शामिल हुए।
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक्सटेंशन पर मुहर लगा दी। नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया। नड्डा का मौजूदा कार्यकाल 20 जनवरी को खत्म हो रहा था। जेपी नड्डा को एक्सटेंशन देने का ऐलान गृहमंत्री अमित शाह ने किया। मालूम हो कि नड्डा, लालकृष्ण आडवाणी और अमित शाह के बाद बीजेपी के ऐसे तीसरे नेता बन गए हैं, जिन्हें लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि, राजनाथ सिंह भी दो बार पार्टी अध्यक्ष बने थे, लेकिन उनका कार्यकाल लगातार नहीं था। जेपी नड्डा जून 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। इसके बाद 20 जनवरी 2020 को उन्हें पूर्णकालिक अध्यक्ष बना दिया गया। इससे पहले अमित शाह को भी 2019 में लोकसभा चुनाव तक विस्तार दिया गया था।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में श्री @JPNadda का कार्यकाल जून, 2024 तक बढ़ाए जाने पर समस्त कार्यकर्ताओं की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/KS4PhoWvK8
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राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ खत्म हो गई। पीएम मोदी ने पार्टी के उन नेताओं को नसीहत दी जो मुस्लिम समाज के बारे में आए दिन अनर्गल बयान देते रहते हैं। पीएम ने कहा कि मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी मत करें। उन्होंने निर्देश दिया कि पार्टी कार्यकर्ता देश के अल्पसंख्यक समाज से बिना वोट की अपेक्षा के मिलें, चाहें वो मुस्लिम ही क्यों न हों। पार्टी कार्यकारिणी बैठक के समापन समारोह में पीएम ने उन मुद्दों पर बात की जहां पार्टी को 2024 के आम चुनाव से पहले मजबूत करने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में सिर्फ 400 दिन बचे हैं। ऐसे में पार्टी पदाधिकारियों और हर एक कार्यकर्ता को एक-एक वोटर से मिलना चाहिए। पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से सभी धर्मों के लोगों तक पहुंचने के लिए कहा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यूनिवर्सिटीज और चर्चों का दौरा करने के लिए भी कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने पसमांदा मुसलमानों, बोहरा समुदाय, मुस्लिम पेशेवरों और शिक्षित मुसलमानों से बिना वोट की उम्मीद किए बिना मिलने का निर्देश दिया। उन्होंने पार्टी नेताओं को किसी भी समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी से बचने का भी निर्देश दिया।
पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिए ये मंत्र-
1. लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ 400 दिन बचे हैं. लिहाजा आप समाज के सभी धर्मों और वर्गों के पास जाइए. अपनी बात रखिए, भले ही हमें वोट मिले या नहीं मिले.
2. पीएम मोदी ने कहा कि आप चर्च जाएं, यूनिवर्सिटी जाएं, बोहरा समुदाय के पास जाएं. आप सभी के संपर्क में रहें.
3. पढ़े-लिखे मुसलमानों तक अपनी बात पहुंचाएं. मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी न करें. कार्यकर्ता मुस्लिमों के बीच जाएं.
4.बीजेपी को संवेदनशीलता के साथ लोगों से जुड़ना है. केवल वोट के लिए काम नहीं करें समाज बदलने के लिए काम करें. समाजनीति को लेकर लोगों को जोड़ने पर ज्यादा ध्यान दें.
5.पार्टी को बूथ स्तर पर और मजबूत करना है. बॉर्डर के करीब गांवों में पार्टी को मजबूत करें. इसमें बीजेपी के मोर्चों के कार्यकर्ता जाकर काम करें.
6.नए कार्यकर्ताओं को पार्टी में जोड़ने पर ध्यान दें. हर दिन नए-नए लोगों से मिलें. हमारी मेहनत में कमी नहीं आनी चाहिए.
7. जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो. इसके अतिरिक्त सभी राज्य एक दूसरे के साथ समन्वय बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें.
8.काशी-तमिल संगमम की तर्ज पर अन्य भाषाओं से जुडे़ कार्यक्रमों का आयोजन करें और पार्टी के प्राथमिक सदस्यों का जिलेवार सम्मेलन हो.
9.18 से 25 साल के लोगों ने भारत के राजनीतिक इतिहास को नहीं देखा है. उन्हें पिछली सरकारों में हुए भ्रष्टाचार और गलत कामों के बारे में पता नहीं है. उन्हें इस बारे में बताने की जरूरत है.
10.किस प्रकार से हम कुशासन से सुशासन की ओर आए हैं ये संदेश हमें युवाओं तक पहुंचाना है.
बता दें कि इस साल देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे बड़े राज्य शामिल हैं। वहीं पूर्वोत्तर के त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड और मिजोरम में भी इसी साल चुनाव होंगे। जम्मू-कश्मीर में भी इसी साल चुनाव के पूरे आसार हैं। मीटिंग में इन राज्यों के संगठन को मजबूत करने पर बात हुई।
2023 में 10 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव लोकसभा की 112 सीटें (21% सीटें) कवर करते हैं-
• राजस्थान – 25
• मध्यप्रदेश – 29
• छत्तीसगढ़ – 11
• कर्नाटक – 28
• तेलंगाना – 17
• जम्मू-कश्मीर – 6
• त्रिपुरा – 2
• मेघालय – 2
• नगालैंड -1
• मिजोरम – 1