राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अब रेलवे के ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में फंस गए हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की केंद्र सरकार से अनुमति मिल गई है।
In the land for job scam, CBI gets prosecution sanction against RJD chief Lalu Prasad Yadav.
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— ANI (@ANI) January 13, 2023
ये मामला 15 साल पुराना है जब लालू प्रसाद यादव देश के रेल मंत्री थे और इसीलिए सीबीआई ने उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने जमीन के बदले नौकरी देने का काम किया। इस मामले में पहले कई बार छापेमारी भी की जा चुकी है। सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ रेलवे में उनके कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर जमीन के बदले नौकरी घोटाले में आरोपपत्र दाखिल किया था। लालू यादव की बेटी मीसा भारती और रेलवे के एक पूर्व महाप्रबंधक को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया था। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू यादव फिलहाल सिंगापुर में हैं।
लालू यादव पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में गलत तरीके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं। सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम जमीनों की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई। उस समय रेलवे में जिन पदों पर भर्ती हुई, उसका न तो विज्ञापन निकाला गया और न ही सेंट्रल रेलवे को सूचना दी गई। आवेदन देने के 3 दिन के अंदर नौकरी दे दी गई।
सीबीआई ने 23 सितंबर, 2021 को इस घोटाले से संबंधित प्रारंभिक जांच शुरू की थी, जिसे बाद में 18 मई को एक केस के रूप में बदल दिया गया था। सीबीआई ने 18 मई 2022 को भ्रष्टाचार निरोधक कानून और आईपीसी की धारा 120बी के तहत जो एफआईआर दर्ज की थी उसमें लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत उन 16 लोगों को भी आरोपी बनाया था जिसने लालू परिवार को जमीन देकर नौकरी ली थी। प्राथमिक जांच में पाया कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में जिन लोगों को अवैध रूप से चतुर्थ श्रेणी की नौकरियां दी, उसके बदले उनसे औने-पौने दाम पर ज़मीनें ले ली गईं।
बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलकर महागठबंधन में जाने के कुछ महीने बाद ही CBI ने इस मामले को खोलने का निर्णय लिया था। उस समय कहा गया कि नीतीश के साथ आने की वजह से लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने दोबारा जांच शुरू किया है। तेजस्वी यादव ने भी सीबीआई पर तंज किया था। तेजस्वी ने कहा था कि सीबीआई को तो पहले भी बोल चुका हूं कि मेरे घर को दफ्तर ही बनाना है तो बना सकती है। केस दोबारा खोले जाने पर तेजस्वी ने कहा था- एक ही केस को बार बार जांच करे, ये उनकी मर्जी है। इस केस में पहले भी कुछ नहीं मिला है। लालू यादव और मेरा जीवन खुली किताब है।
Land for Jobs Scam में इनके नाम-
1. लालू प्रसाद यादव, RJD अध्यक्ष
2. राबड़ी देवी, पूर्व CM, बिहार
3. मीसा भारती, लालू यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद
4. हेमा यादव, लालू प्रसाद की बेटी
5. राजकुमार सिंह
6. मिथिलेश कुमार
7. अजय कुमार
8. संजय राय उर्फ संजय कुमार
9. धर्मेंद्र राय उर्फ धर्मेंद्र कुमार
10. विकास कुमार
11. पिंटू कुमार
12. दिलचंद्र कुमार
13. प्रेम चंद्र कुमार
14. लाल चंद्र कुमार
15. हृदयानंद चौधरी, गोपालगंज के मीरगंज निवासी
16. अभिषेक कुमार, बिहटा के बिडौल निवासी