हाल के दिनों में एयर इंडिया की फ्लाइट में हुई घटनाओं के बाद अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन्स के संचालन प्रमुखों को फ्लाइट में नियमों का उल्लंघन करने वाले यात्रियों के संबंध में एडवायजरी जारी की है। इस एडवायजरी में कहा गया है कि बीते दिनों DGCA ने फ्लाइट में सफर के दौरान यात्रियों द्वारा अनुचित व्यवहार के कुछ मामले देखे हैं, जिसमें पाया गया है कि फ्लाइट में मौजूद अधिकारी, पायलट और कैबिन क्रू के सदस्य सही एक्शन नहीं ले पाए।
DGCA issues an advisory to Head of Operations of all Scheduled Airlines with regard to handling unruly passengers on board and respective responsibilities as per the regulations. pic.twitter.com/b84yD3ya4u
— ANI (@ANI) January 6, 2023
DGCA ने कहा है कि ऐसे मामलों में एयरलाइन्स संचालकों द्वारा कार्रवाई नहीं करने से समाज के अलग-अलग वर्गों में हवाई सफर को लेकर छवि को धूमिल किया है। DGCA के बयान में कहा गया है कि, “हाल के दिनों में हुई फ्लाइट के दौरान विमान में कुछ यात्रियों के बुरे-व्यवहार और अनुचित आचरण की कुछ घटनाओं पर DGCA ने ध्यान दिया है, जिसमें यह देखा गया है कि पोस्ट होल्डर्स, पायलट और केबिन क्रू सदस्य उचित कार्रवाई करने में विफल रहे हैं।”
DGCA ने अपनी एडवायजरी में पायलट, क्रू मेंबर्स और डायरेक्टर इन फ्लाइट सर्विसेस (कैबिन सेफ्टी) की जिम्मेदारियों के बारे में बताया है। इसके मुताबिक़-
– एयरक्राफ्ट रूल्स, 1937 के मुताबिक पायलट फ्लाइट में सवार यात्रियों और कार्गो की सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। पायलट को ऐसी स्थिति को जल्द से जल्द संभालना चाहिए और आगे की कार्रवाई के लिए एयरलाइन के सेंट्रल कंट्रोल को इसकी जानकारी देना चाहिए।
– विमान के लैंड करते ही एयरलाइन के अधिकारी एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों के सामने FIR दर्ज करवाएंगे और बदसलूकी करने वाले यात्री को सौंपेंगे।
– अगर विमान में यात्रियों में बहस हो रही हो या कोई बदसलूकी कर रहा है और सुलह नहीं हो पा रहा है तो ऐसे में अनियंत्रित यात्रियों को संभालने और गंभीर स्थिति को शांत करने की जिम्मेदारी क्रू मेंबर्स की है। रिस्ट्रेनिंग डिवाइस का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
– घटना को रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी डायरेक्टर-इन-फ्लाइट सर्विसेस की है।
– रेगुलेटर ने एयरलाइंस द्वारा नियमों का पालन नहीं करने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
मालूम हो कि पिछले 10 दिनों में एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला यात्री पर पुरुष यात्री के पेशाब करने के दो मामले सामने आए हैं। पहली घटना 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट में हुई थी थी, जबकि दूसरी घटना 6 दिसंबर को पेरिस से दिल्ली आने वाली फ्लाइट में हुई थी। 26 नवंबर वाली घटना में पीड़ित महिला की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने आरोपी शंकर मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है, जबकि, 6 दिसंबर की घटना में कोई शिकायत नहीं की गई। 26 नवंबर वाली घटना में पीड़ित महिला ने केस दर्ज कराया है जिसमें एयर इंडिया पर भी आरोप लगाए गए हैं। महिला का दावा है कि पुरुष यात्री शराब के नशे में उसके सामने ही पेशाब कर रहा था और इस बारे में उसके द्वारा क्रू मेंबर्स को बताए जाने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया। महिला ने ये भी दावा किया कि क्रू मेंबर्स ने आरोपी व्यक्ति को उसके बगल में ही बैठा दिया था और वो रो-रोकर माफी मांग रहा था।