तमिलनाडु के थेनी जिले के कुमुली पर्वतीय क्षेत्र में श्रद्धालुओं से भरी एक कार 40 फ़ीट गहरी खाई में गिर गई, जिसमे 8 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 9 साल के एक बच्चे सहित दो लोग घायल भी हो गए हैं। जिस जगह ये घटना हुई, वह केरल सीमा के करीब है। तमिल नाडु के अंदीपट्टी के पास संमुगसुंदरपुरम गांव के रहने वाले दस श्रद्धालु सबरीमाला मंदिर के दर्शन करने के बाद घर जा रहे थे तभी उनकी कार हादसे का शिकार हो गई। घटना शुक्रवार रात करीब 11 बजे की है।
Tamil Nadu | Eight devotees died after their car plunged into a 40-foot-deep pit at Kumuli mountain pass in Theni district pic.twitter.com/MWp2QXhySO
— ANI (@ANI) December 24, 2022
केवी मुरलीधरन, जिला कलेक्टर, थेनी ने बताया कि, ‘इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई और 2 लोगों को बचाया गया और अस्पताल ले जाया गया। वे कुमुली पर्वत मार्ग पर ईराइचलपालम के करीब थे, तभी कार गहरे गड्ढे में जा गिरी।’ हादसे में घायल 2 लोग जिसमे एक 9 साल का बच्चा भी शामिल है उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है।
इस दुर्घटना में एक कार में बैठे 10 भक्तों में से 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य यात्री की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। बाकी दो घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस हादसे के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार पुलिस को संदेह है कि भारी धुंध दुर्घटना का कारण हो सकती है। कार चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और वाहन को बीच में टक्कर मार दी।
मालूम हो कि इन दिनों हजारों भक्त प्रतिदिन केरल में भगवान सबरीमाला मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। सबरीमाला मंदिर वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा के मौसम के साथ अपने पीक पर है। इस सीजन में प्रत्येक साल सबरीमाला में एक से डेढ़ करोड़ लोग दर्शन करते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु में 2021 में सड़क हादसे में हुई मौतों में वृद्धि देखी गई है, जबकि उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा और झारखंड सहित राज्यों में 2019 के पूर्व-महामारी वर्ष की तुलना में ऐसी मौतों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। जिन राज्यों में मृत्यु दर में बढ़ोतरी देखी गई, उनमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और बिहार शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, आंकड़ों से पता चलता है कि तमिलनाडु में 2019 में 10,525 मौतों की तुलना में 2021 में 15,384 मौतें दर्ज की गईं।