गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए हैं। हिमाचल में 12 नवंबर को एक चरण में मतदान हुआ था. तो वहीं, गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ। गुजरात में पहले चरण मे जहां 63.14% तो दूसरे चरण में 59.11% मतदान हुआ था। हिमाचल में कुल 74.05 फीसदी लोगों ने वोटिंग की थी।
सबसे पहले बात करते हैं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की। हिमाचल में कांग्रेस पार्टी सरकार बना रही है। कांग्रेस ने 40 सीटें जीत ली है। बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत हासिल की है। पहली बार हिमाचल में चुनाव लड़ रही AAP पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका, जबकि तीन सीटें निर्दलीयों के खाते में गई है। हालांकि मंडी जिला की सिराज सीट से हिमाचल के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपनी जीत दर्ज करा ली है। वह करीब 20 हजार वोटों से जीते हैं। एक बार फिर ये साबित हो गया कि हिमाचल प्रदेश में राज तो बदल गया है, लेकिन अभी भी रिवाज नहीं बदला है। यहां की जनता किसी सरकार को लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का मौका नहीं देती।
हिमाचल प्रदेश में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत? –
• INC – 43.90%
• BJP – 43%
• AAP – 1.10%
• BSP – 0.35%
• CPI – 0.01%
• CPI(M) – 0.66%
• Other – 10.39%
• NOTA – 0.59%
चुनाव में मिली हार के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जयराम ठाकुर ने आज शाम राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने कहा कि, ‘लोकतंत्र की सबसे बड़ी खासियत है कि जनमत का सम्मान होना चाहिए। हमने जनमत का सम्मान किया है। मैंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. मैं अभी कोई टिपण्णी नहीं करना चाहता हूं। हम आंकलन करेंगे की कहां कमी रह गई। कई बार ऐसा होता है कि एक-दो मुद्दों के कारण चुनाव की धारा प्रभावित हो जाती है’। उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र में आए जनादेश का सम्मान है। मैं यही कहना चाहता हूं कि कांग्रेस जल्द अपने मुख्यमंत्री का चयन करे, शपथ कराए और प्रदेश के विकास को गति दे।जो परिणाम आए हैं वो सभी के सामने हैं। सीटों में अंतर है मगर 1% से भी कम वोट शेयर के अंतर से हम ये चुनाव हारे हैं। हिमाचल के इतिहास में पहली बार कोई पार्टी इतने कम अंतर से जीती है’।
पीएम मोदी ने कहा- ‘हिमाचल प्रदेश के चुनाव में एक प्रतिशत से भी कम अंतर से हार-जीत का फैसला हुआ है। इतने कम अंतर से हिमाचल प्रदेश में कभी नतीजे नहीं आए हैं। हिमाचल में हर 5 साल में सरकार बदली है लेकिन हर बार 5-7% के अंतर से सरकार बदली है’.
हिमाचल प्रदेश में मिली जीत के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता को इस निर्णायक जीत के लिए दिल से धन्यवाद। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हार्दिक बधाई। आपका परिश्रम और समर्पण इस विजय की शुभकामनाओं का असली हकदार है। फिर से आश्वस्त करता हूं कि जनता को किया हर वादा जल्द से जल्द निभाएंगे।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जनादेश देने के लिए हिमाचल प्रदेश की जनता का दिल से धन्यवाद व अभिवादन। ये जीत हिमाचल की जनता के मुद्दों व उन्नति के संकल्प की जीत है। कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी ढेर सारी शुभकामनाएं। आपकी मेहनत रंग लाई।
हिमाचल प्रदेश में मिली जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि,”हिमाचल प्रदेश हम जीते हैं, उसके लिए मैं मतदाताओं को धन्यवाद करता हूं। हमारे प्रेक्षक जा रहे है और वह तय करेंगे की राज्यपाल से कब मिलना है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और प्रियंका गांधी को धन्यवाद देते हैं, क्योंकि उनकी वजह से हम जीते हैं।” तो वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में बीजेपी की हार स्वीकार की और कहा कि हम जनादेश का सम्मान करते हैं और नई सरकार को बधाई देते हैं।
हिमाचल में सरकार बनाने की कवायद में जुटी कांग्रेस-
कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कहा कि, ‘विधायक क्या चाहते हैं, ये मिलकर तय होगा और उसके बाद पार्टी आलाकमान ही मुख्यमंत्री के चेहरे का नाम तय करेगा’।
कांग्रेस हॉर्स ट्रेडिंग के खतरे से विधायकों को बचाने की कोशिशों में जुट गई है। सूत्रों से खबर है कि कांग्रेस अपने हिमाचल प्रदेश के जीते हुए विधायकों को आगे की रणनीति बनाने के लिए चंडीगढ़ शिफ्ट कर सकती है। चंडीगढ़ में हिमाचल के ऑब्जर्वर बनाए गए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले से ही मौजूद हैं और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी रात तक पहुंच सकते हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला भी देर रात चंडीगढ़ पहुंचेंगे और उसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। क्या विधायकों को सरकार बनने तक और सीएम का चेहरा चुनने तक जयपुर या रायपुर शिफ्ट किया जाएगा या नहीं? इस पर फैसला भी चंडीगढ़ में ही लिया जाएगा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हिमाचल के विधायक चंडीगढ़ में बैठक करेंगे। यह एक सुविधाजनक स्थान है। फिलहाल उन्हें छत्तीसगढ़ ले जाने की कोई योजना नहीं है। हुड्डा ने आगे कहा कि हिमाचल चुनाव के नतीजों का असर हरियाणा में भी दिखेगा।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘मैं हिमाचल जाऊंगा क्योंकि वहां पर्यवेक्षक था। अपने साथियों को संभाल कर रखना होगा क्योंकि बीजेपी कुछ भी कर सकती है’। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी भी विधायक को छत्तीसगढ़ लेकर नहीं जाएंगे।
धूमल के गढ़ में BJP को मिली करारी हार-
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और उनके पिता हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गढ़ हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र की 5 सीटों में से 4 पर बीजेपी को करारी हार मिली है। तीन सीटों पर कांग्रेस आगे और एक सीट पर कांग्रेस के बागी निर्दलीय विजयी घोषित हो चुके हैं जबकि एक सीट पर ही बीजेपी उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
अब बात गुजरात की – गुजरात में बीजेपी ने 156 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है जबकि कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत प्राप्त की है। आप पार्टी ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की तो समाजवादी पार्टी ने भी 1 सीट पर जीत हासिल की है। इस बार के चुनाव में दोनों ही पार्टियों ने गुजरात में अपना खाता खोल लिया है। निर्दलीय ने 3 सीटों पर जीत दर्ज़ की है। 1960 से गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं लेकिन अब तक के चुनावी इतिहास में कांग्रेस का प्रदर्शन कभी इतना खराब नहीं रहा है। इस बार जहां बीजेपी राज्य की 182 में से 150 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं तो वहीं कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर ही आगे दिख रही है। इससे पहले वर्ष 1990 में कांग्रेस का सबसे बुरा प्रदर्शन देखने में आया था जब पार्टी को सिर्फ 33 सीटें मिली थी। इसके बाद 2002 में कांग्रेस को 50 तो 2007 में 59 सीटें मिली थीं। 2017 में पार्टी ने 77 सीटें जीती थीं और बीजेपी को कड़ी टक्कर भी दी थी। लेकिन इस बार कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
गुजरात में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत? –
• BJP – 52.50%
• INC – 27.28%
• AAP – 12.92%
• SP – 0.29%
• AIMIM – 0.29%
• BSP – 0.50%
• CPI – 0.01%
• CPI(M) – 0.03%
• CPI(ML)(L) – 0.01%
• JD(S) – 0.01%
• JD(U) – 0.00%
• LJPRV – 0.00%
• NCP – 0.24%
• Other – 4.34%
• NOTA – 1.57%
गुजरात में 62 साल के इतिहास में ये BJP की सबसे बड़ी जीत –
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। बीजेपी इस जीत के साथ पश्चिम बंगाल में सीपीएम के 34 साल के रिकॉर्ड शासन के करीब पहुंच गई है। सूबे के 62 साल के चुनावी इतिहास में बीजेपी की सबसे बड़ी जीत हुई है। इससे पहले सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड कांग्रेस के सीएम माधव सिंह सोलंकी के नाम था। सोलंकी की अगुवाई में कांग्रेस ने रिकॉर्ड 149 सीटों पर जीत दर्ज की थी। रिकॉर्ड जीत के साथ बीजेपी 7वीं बार सरकार बनाने जा रही है। साल 1995 से गुजरात में बीजेपी सत्ता में है।
गुजरात में बीजेपी को रिकॉर्ड तोड़ जीत मिलने के बाद अब राज्य में नई सरकार के शपथग्रहण की तारीख भी पक्की हो गई है। शपथग्रहण समारोह 12 दिसंबर को दोपहर 2 बजे होगा। शपथग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे।
बीजेपी की इस ऐतिहासिक जीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जनता का आभार जताया है। पीएम मोदी ने कहा, ”धन्यवाद गुजरात। अभूतपूर्व चुनाव परिणामों को देखकर मैं बहुत अधिक भावनाओं से अभिभूत हूं। लोगों ने विकास की राजनीति का आशीर्वाद दिया और साथ ही इच्छा व्यक्त की कि वे चाहते हैं कि यह गति और तेज गति से चलती रहे। मैं गुजरात की जन शक्ति को नमन करता हूं।”
इस धमाकेदार जीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात में डबल इंजन की सरकार विकास के हर काम के लिए कटिबद्ध है। मैं गुजरात की जनता का नतमस्तक होकर आभार प्रकट करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अथक प्रयास किया, जिसमें रोड शो से लेकर सभाएं की। गुजरात की जनता प्रधानमंत्री को हृदय से चाहती है, तो वहीं गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि मोदी जी के विकास कार्य को जमीन पर उतारने का काम भूपेन्द्र भाई की सरकार कर रही है। कई लोगों ने हमारी सरकार बन जाएगी, ऐसा लिखकर दिया। गुजरात की जनता ने उनकी सभी टिकटें कैंसिल करा दी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने मिठाई खाकर जश्न भी मनाया।
अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, ”गुजरात ने हमेशा इतिहास रचने का काम किया है। पिछले दो दशक में मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी ने गुजरात में विकास के सभी रिकॉर्ड तोड़े और आज गुजरात की जनता ने बीजेपी को आशीर्वाद देकर जीत के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल में जनता के अटूट विश्वास की जीत है।” उन्होंने कहा, ”गुजरात ने खोखले वादे, रेवड़ी और तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को नकार कर विकास और जनकल्याण को चरितार्थ करने वाली बीजेपी कोअभूतपूर्व जनादेश दिया है। इस प्रचंड जीत ने दिखाया है कि हर वर्ग चाहे महिला हो, युवा हो या किसान हो सभी पूरे दिल से बीजेपी के साथ हैं। इस ऐतिहासिक जीत पर गुजरात की जनता को नमन करता हूं।”
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुजरात में ऐतिहासिक जीत पर पार्टी को बधाई दी और ट्वीट कर कहा, गुजरात चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास, सुशासन और लोक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की जीत है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में मिली इस भव्य जीत पर अमित शाह, सीआरपी पाटिल, भूपेंद्र पटेल और गुजरात के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा, ‘गुजरात में बीजेपी की प्रचंड जीत गुजरात के जनता की बीजेपी और मोदी जी के प्रति अटूट विश्वास और स्नेह की जीत है। गुजरात में बीजेपी ने जो विकास की राजनीति की, जनता ने उस पर फिर एक बार मोहर लगाई है। इस विश्वास के लिए गुजरात की जनता का कोटि कोटि धन्यवाद।’
गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है। यह हमारी वैचारिक लड़ाई है। हम कमियों को सुधारेंगे और लड़ाई जारी रखेंगे। तो वहीं गुजरात में मिली करारी हार के बाद गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रघु शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपने इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने इस्तीफे में गुजरात में मिली हार की जिम्मेदारी ली है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा, ‘हमारी कोई कमी नहीं थी, फिर भी रिजल्ट चौंकाने वाले हैं। हम समीक्षा करेंगे। हार के बाद बहुत सवाल उठते हैं। चुनाव में जीत हार के एक कारण नहीं होते। मोदी मैजिक नहीं है।’
गुजरात में समाजवादी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की है। कांधल जडेजा ने कुतियाना सीट पर जीत हासिल की है। कांधल को एनसीपी ने टिकट नहीं दिया था, जिसके बाद सपा की टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा था।
गुजरात चुनाव में मिले वोट प्रतिशत के बाद AAP बनी राष्ट्रीय पार्टी-
AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात चुनाव के नतीजे आ रहे हैं और गुजरात के लोगों ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है। जितने वोट हमे मिले उस हिसाब से AAP राष्ट्रीय पार्टी बन गई है। देश में चंद पार्टी हैं जिनको राष्ट्रीय पार्टी का दर्ज़ा मिला है। तो वहीं AAP के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदन गढ़वी ने कहा कि मुझे गर्व है कि 40 लाख से ज्यादा लोगों ने हमें वोट किया है, ये बहुत बड़ी बात है। इससे पहले मेरी जीत तब हो गई थी जब भाजपा ने स्कूल पर बात करनी शुरू कर दी थी। पहली बार में मेरे 5-6 उम्मीदवार विधायक बन रहे हैं। हालांकि गढ़वी 19 हजार वोटों से ये चुनाव हार गए हैं।
बता दें कि आज ही मैनपुरी लोकसभा सीट और 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भी घोषित किये गए है। मैनपुरी सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी। इसके अलावा जिन विधानसभा सीटों के नतीजे आज आए हैं उनमें उत्तर प्रदेश की रामपुर और खतौली सीट, ओडिशा की पद्मपुर सीट, राजस्थान की सरदारशहर सीट, बिहार की कुढ़नी और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट शामिल है।
आइए जानते हैं कि उपचुनाव जिन सीटों पर हुआ उसका क्या हाल रहा-
– मैनपुरी लोकसभा सीट – इस सीट पर मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव 288461 वोटों से जीत गई हैं। उन्होंने बीजेपी के रघुराज शाक्य को करारी शिकस्त दी है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा सीट से पहली महिला सांसद बन गई हैं। मैनपुरी लोकसभा सीट से बीते 19 चुनावों में कभी भी महिला प्रत्याशी को जनता ने नहीं चुना। एक नहीं बल्कि चार-चार महिला प्रत्याशियों ने लोकसभा सीट पर अपना भाग्य आजमाया, लेकिन हर बार उन्हें हार ही मिली। भाजपा से मशहूर भजन गायिका तृप्ति शाक्य, कांग्रेस से सुमन चौहान, बसपा से संघमित्रा मौर्या और निर्दलीय प्रत्याशी राजेश्वरी देवी ने भी चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं पाईं। हालांकि सपा ने इससे पूर्व इस सीट पर कभी महिला प्रत्याशी को नहीं उतारा था। 1996 के बाद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और इसके बाद अब तक सपा कभी इस सीट से नहीं हारी।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• SP – 64.08%
• BJP – 34.18%
• Others – 1.1%
• NOTA – 0.64%
डिंपल यादव की जीत पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जिन लोगों ने वोट देकर नेताजी को श्रद्धांजलि दी है, मैं उन सभी का आभार प्रकट करता हूं। मैं इस जीत के लिए पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ताओं का भी आभार प्रकट करता हूं।
मैनपुरी उपचुनाव में सपा की जीत के बाद शिवपाल ने अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में किया विलय-
शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया है। खुद अखिलेश यादव ने सपा का झंडा उन्हें देते हुए उनका विलय पार्टी में कराया। शिवपाल यादव ने ये झंडा अपनी गाड़ी पर लगा लिया है।
रामपुर– इस सीट पर पहली बार कमल खिला है. बीजेपी उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने आजम खान के करीबी आसिम रजा को 25 हजार वोटों से हरा दिया है। यह जीत भाजपा के लिए अहम है क्योंकि रामपुर विधानसभा सीट को आजम खान के किले के रूप में जाना जाता रहा है। इस सीट से दस बार आजम खान के विधायक बने। अब तक हुए इस सीट पर हुए कुल 19 चुनावों में से छह बार कांग्रेस के खाते में यह सीट गई है। इस सीट पर सिर्फ 1957 में निर्दलीय प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी। पहली बार इस विधानसभा सीट पर चुनाव 1952 में हुआ था, जब कांग्रेस के फजलुल हक निर्वाचित हुए थे। भाजपा पहली बार इस सीट पर चुनाव जीती है।
खतौली- इस सीट पर RLD प्रत्याशी मदन भैया ने जीत दर्ज कर ली है। खतौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को मिली जीत योगी सरकार के लिए एक झटका है। यह सीट भाजपा और रालोद दोनों के लिए साख का सवाल बनी हुई थी।
उत्तर प्रदेश की 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• BJP – 50.31%
• RLD – 31.24%
• SP -15.21%
• Other – 2.74%
• NOTA – 0.50%
सरदारशहर- इस सीट पर कांग्रेस जीत गई है। सीएम अशोक गहलोत ने इसे सुसाशन की जीत करार दिया है। इस विधानसभा सीट पर आजादी के बाद से कांग्रेस ने नौ बार जीत दर्ज की है। आज अनिल शर्मा ने कांग्रेस से यहां दसवीं बार जीत दर्ज की।
सरदारशहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• INC – 43.54%
• BJP – 30.74%
• RLTP – 22.28%
• CPI(M) – 0.99%
• Other – 1.61%
• NOTA – 0.85%
पदमपुर- बीजद उम्मीदवार बरसा सिंह बरिहा ने 42 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। बरसा ने बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप पुरोहित को शिकस्त दी। इस सीट पर कांग्रेस ने तीन बार के विधायक सत्य बुसान साहू को उम्मीदवार बनाया था।
पदमपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• BJD – 58.00%
• BJP – 37.51%
• INC – 1.73%
• Other – 1.77%
• NOTA – 1.00%
भानुप्रतापपुर- इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी को जीत मिली है। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम को 21171 हजार वोटों से चुनाव हारा दिया है। इस जीत के साथ ही उन्होंने ब्रह्मानंद नेताम से अपने पति मनोज मंडावी की हार का बदला भी ले लिया है। सावित्री मंडावी सरकारी नौकरी छोड़कर चुनाव मैदान में उतरी थीं। उनके लिए सीएम भूपेश बघेल ने जमकर कैंपेन किया था। भूपेश सरकार के काम के साथ-साथ मंडावी की जीत का एक बड़ा फैक्टर सहानुभूति वोट भी था।
भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• INC – 44.88%
• BJP – 30.37%
• Other – 21.85%
• NOTA – 2.91%
कुढ़नी – बीजेपी उम्मीदवार केदार गुप्ता ने जीत दर्ज कर ली और बेहद कड़े मुकाबले में उन्होंने जेडीयू के मनोज कुशवाहा को शिकस्त दी। कुढ़नी का जनमत महागठबंधन के लिए नहीं बल्कि जेडीयू के सर्वेसर्वा नेता नीतीश कुमार के लिए एक बड़ा संदेश हैं। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लगातार कुढ़नी विधानसभा में प्रचार करते दिखे लेकिन इस सबके बावजूद जेडीयू की हार ने महागठबंधन को बेचैन कर दिया है।
कुढ़नी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में किस पार्टी को कितना मिला वोट प्रतिशत?
• BJP – 42.38%
• JD(U) – 40.37%
• AIMIM – 1.77%
• Other – 13.02%
• NOTA – 2.46%