नौसेना दिवस से एक दिन पहले शनिवार को भारतीय नौसेना की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसे नौसेना प्रमुख एडमरिल आर हरि कुमार ने संबोधित किया. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, ‘अग्निवीरों के पहले बैच की रिपोर्ट आ चुकी है, लगभग 3000 अग्निवीर शामिल हो चुके हैं जिनमें से लगभग 341 महिलाएं हैं. अगले साल हम महिला अधिकारियों को सभी शाखाओं में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं, न कि केवल 7-8 शाखाओं में जो आज तक सीमित हैं.’
First batch of agniveers already reported, about 3000 agniveers have joined out of whom about 341 are women. Come next yr, we are looking at women officers being inducted across all branches & not just the 7-8 branches they're restricted to as of today:Navy chief Adm R Hari Kumar pic.twitter.com/9DU0C5WqKF
— ANI (@ANI) December 3, 2022
नौसेना प्रमुख एडमरिल आर हरि कुमार ने आईएनएस विक्रांत की कमीशनिंग को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि, “यह (आईएनएस विक्रांत) नौसेना के नेतृत्व, योजनाकारों, शिपयार्ड श्रमिकों, उद्योग और अन्य सहायक एजेंसियों के अथक प्रयास का दर्शाता है। यह हमारे बीच आत्मविश्वास को प्रेरित करता है और यह हमारी स्वदेशी क्षमता का एक चमकदार प्रतीक है. इसने दुनिया में राष्ट्र के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है… मुझे यकीन है कि विक्रांत आने वाले वर्षों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के व्यापक क्षेत्रों में गर्व से तिरंगा फहराएगा.”
उन्होंने कहा, “हाल की वैश्विक घटनाएं इस बात को रेखांकित करती हैं कि हम अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते हैं. भारतीय नौसेना ने पिछले एक साल में बहुत ऊंची अभियानगत क्षमता हासिल की है तथा समुद्री सुरक्षा की अहमियत पर अधिक बल दिया जा रहा है। सरकार ने हमें आत्मनिर्भर भारत पर बहुत स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं और शीर्ष नेतृत्व के लिए नौसेना की प्रतिबद्धताओं में से एक यह है कि हम 2047 तक आत्मनिर्भर नौसेना बन जाएंगे.”
Recent global events amply underscore that we can't remain dependent on others for our own security requirements…Govt has given us very clear guidelines on Aatmanirbhar Bharat&one of Navy’s commitments to top leadership is that we'll become Aatmanirbhar Navy by 2047: Navy chief pic.twitter.com/uMifeKRxmH
— ANI (@ANI) December 3, 2022
नौसेना प्रमुख ने स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि, ‘बिपिन रावत ने तीनों सेवाओं के बीच तालमेल बढ़ाने की नींव रखी थी. “सीडीएस जनरल चौहान ने भी इस दिशा में नए सिरे से प्रेरणा प्रदान की. हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि जिस तरह से हम योजना बनाते हैं और संचालित करते हैं उसमें अधिक संयुक्तता, सामंजस्य और बाद में एकीकरण हासिल करें.”
Late Gen Bipin Rawat had laid the foundation for increased synergy b/w the 3 services. CDS Gen Chauhan also provided renewed impetus towards the same.We're working on ensuring that we achieve greater jointness,cohesion&subsequent integration in the way we plan&operate: Navy chief pic.twitter.com/ycA5UcICSw
— ANI (@ANI) December 3, 2022
उन्होंने आगे कहा कि, ‘हिंद महासागर क्षेत्र में बहुत सारे चीनी जहाज रहते हैं। इसमें 4-6 पीएलए नौसेना के जहाज हैं, फिर कुछ अन्य पोत हैं। उन्होंने कहा, हिंद महासागर क्षेत्र में बड़ी संख्या में चीनी जहाज मछली पकड़ने के लिए संचालित होते हैं। हम सभी घटनाक्रमों पर पैनी नजर रखते हैं। उन्होंने बताया, हिंद महासागर क्षेत्र में लगभग 60 अन्य अतिरिक्त-क्षेत्रीय बल हमेशा मौजूद रहते हैं। यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां बड़ी मात्रा में व्यापार होता है। हमारा काम यह देखना है कि समुद्री क्षेत्र में भारत के हितों की रक्षा हो’।
There are a lot of Chinese ships which operate in Indian Ocean Region. We have about 4-6 PLA Navy ships, then some research vessels which operate. A large number of Chinese fishing vessels operate in the Indian Ocean Region. We keep a close watch on all developments: Navy chief pic.twitter.com/SIUl3tD1x7
— ANI (@ANI) December 3, 2022
प्रेस कांफ्रेंस में ‘अग्निपथ’ योजना से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, ‘‘यह एक शानदार योजना है और मुझे लगता है कि इसकी लंबे समय से प्रतीक्षा हो रही थी और इसे कई साल पहले हो जाना चाहिए था।’’ उन्होंने बताया कि कारगिल समीक्षा समिति की रिपोर्ट में एक सिफारिश की है कि सशस्त्र बलों में उम्र सीमा को नीचे लाने की आवश्यकता है। पहले औसत उम्र 32 वर्ष थी और सिफारिश में कहा गया है कि इसे कम करके लगभग 25-26 वर्ष तक लाया जाना चाहिए।