नई दिल्ली: Twitter से निकाले गये 3,700 ने कर्मचारियों ने एलन मस्क पर ठोका केस। ट्विटर के अधिग्रहण के साथ ही मस्क ने बड़ी छटनी करते हुये अपने कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।
निकाले गये कर्मचारियों का कहना है कि इस संबंध में कंपनी ने श्रम कानून का उल्लंघन किया है, लोगों को नोटिस के बिना निकाला गया है। कैलिफोर्निया के स्थानीय के कानून के अंतर्गत रजिस्टर्ड कंपनी ने कानून का उलंघन किया है।
सैन फ्रांसिस्को संघीय अदालत में गुरुवार को एक क्लास-एक्शन मुकदमा दायर किया गया। दरअसल ट्विटर ने कर्मचारियों को एक ईमेल करके छंटनी के बारे में सूचना दी थी। हालांकि, इस बारे में ट्विटर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
क्या कहता है अमेरिकी कानून?
दरअसल संघीय कर्मचारी समायोजन और पुनर्प्रशिक्षण अधिसूचना अधिनियम बड़ी कंपनियों को कम से कम 60 दिनों की अग्रिम सूचना के बिना बड़े पैमाने पर छंटनी से प्रतिबंधित करता है।
गुरुवार को शिकायत दर्ज करने वाले वकील शैनन लिस-रिओर्डन ने कहा, “हमने यह मुकदमा आज रात यह सुनिश्चित करने के प्रयास से दायर किया है कि कर्मचारियों को पता है कि उन्हें अपने अधिकारों से समझौता नहीं करना चाहिए और उनके पास अपने अधिकारों के लिए लड़ने का अवसर है.”
जून में भी लिस-रिओर्डन ने टेस्ला पर मुकदमा दायर किया था एलन मस्क की इस इलेक्ट्रिक-कार निर्माता कंपनी ने अपने कर्मचारियों की संख्या में करीब 10 फीसदी की कटौती कर दी थी।
छंटनी को लेकर कर्मचारियों को मिला ई-मेल
एलन मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण के बाद से कर्मचारियों की छंटनी को लेकर अटकले लगाई जा रही थी। अब कंपनी ने गुरुवार को ई-मेल के जरिए कर्मचारियों को सूचित किया है कि वे छंटनी के बारे में कर्मचारियों को सूचित करेंगे। बाहर का रास्ता दिखाये लोगों को उनके व्यक्तिगत ईमेल पर अगले प्रॉसेस के बारे में सूचित किया जाएगा।
इससे पहले एलन मस्क ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल समेत टॉप मैनेजमेंट के कई अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया है।