लखनऊ: प्रदेश की आधी आबादी को सुरक्षा देने की दिशा में योगी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। इस दिशा में सरकार लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके तहत महिला बीट प्रणाली के लिए 10, 417 स्कूटी का क्रय किया जाएगा। गृह विभाग की हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को लागू करने का निर्देश दे दिया है।
यही नहीं इस योजना के तहत सरकार प्रदेश के प्रत्येक जनपद में 40 पुलिस पिंक बूथ भी खोलेगी। इस तरह प्रदेश के 75 जिलों में कुल तीन हजार पुलिस पिंक बूथ स्थापित किए जाएंगे। इनमें 20 पिंक बूथ धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर स्थापित होंगे। इन बूथों पर तैनात होने वाली महिला पुलिसकर्मियों की पेट्रोलिंग के लिए 20 स्कूटी भी खरीदी जाएगी। बूथ के निर्माण और स्कूटी खरीदने के लिए सरकार तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च करेगी। इस पूरी योजना के लिए सरकार 195 करोड़ रुपये से ज्यादा पूंजीगत व्यय करेगी। वहीं योजना के संचालन व्यय पर 297 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।
2022 के विधनसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के हर जनपद में पुलिस पिंक बूथ खोलने का वायदा किया था। सीएम योगी अब उसी घोषणा को पूरा करने जा रहे हैं। गुलाबी रंग में रंगे इन बूथों में महिलाओं की सुविधा का खासा ख्याल रखा जाएगा। इन बूथों में महिलाओं के लिए रेस्ट रूम, वॉशरूम, शिकायत कक्ष, किचन से लेकर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी।
सभी जनपदों और धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में पिंक बूथ के स्थापित होने से एक तरफ जहां प्रदेश की महिलाओं को मनचलों से छुटकारा मिलेगा। वहीं दूसरी तरफ वह घरेलू हिंसा सहित अपने खिलाफ हुई अन्य हिंसा और बदसलूकी के बारे में महिलाएं खुलकर अपनी पुलिस को बता सकेंगी। साथ ही उन वर्किंग वुमेन के मन में सुरक्षा का भाव पैदा होगा, जो देर शाम या रात में अपने दफ्तर से छूटती हैं। इसके अलावा पुलिस को भी महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने में आसानी होगी।
इन धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर भी खुलेंगे पुलिस पिंक बूथ-
मथुरा- कृष्ण जन्म भूमि, गोवर्धन मंदिर, वृंदावन बांके बिहार मंदिर और इस्कॉन मंदिर।
वाराणसी-काशी विश्वनाथ धाम, बीएचयू (विश्वनाथ मंदिर), दुर्गा कुंड, संकट मोचन और सारनाथ।
अयोध्या- श्री राम जन्मभूमि स्थल, हनुमान गढ़ी और कनक भवन।
प्रयागराज-अलोपी देवी मंदिर और बड़े हनुमान जी मंदिर।
चित्रकूट-रामघाट और कामदगिरी।
मिर्जापुर- विंध्यवासिनी मंदिर।
बलरामपुर-देवी पाटन मंदिर।
आगरा- राधास्वामी मंदिर।
गोरखपुर- गोरखनाथ मंदिर।