हरियाणा सरकार के 8 साल पूरे होने पर 27 अक्टूबर को फरीदाबाद में जन उत्थान रैली का आयोजन किया गया। गृहमंत्री अमित शाह ने फरीदाबाद में आज 6629 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और उद्घाटन किया। इस मौके पर अमित शाह ने लोगों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए दीपावली का तोहफा भेजा है। गुरुवार को जिन प्रोजेक्ट्स का गृह मंत्री अमित शाह ने भूमिपूजन और उद्घाटन किया उसमे 5618 करोड़ की लागत से हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, सोनीपत के बड़ी में 590 करोड़ रुपये की लागत से बना रेल कोच नवीनीकरण कारखाना, रोहतक में देश का पहला सबसे लंबा एलिवेटिड रेलवे ट्रैक और 106 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हरियाणा पुलिस आवास भौंडसी शामिल है।
इस कार्यक्रम के दौरान जन उत्थान रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री शाह ने सबसे पहले मनोहर लाल खट्टर सरकार को उनके आठ वर्ष पूरे करने की बधाई दी। उन्होंने कहा कि जब मैं बीजेपी अध्यक्ष था तब मनोहर लाल खट्टर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। हरियाणा में चुनाव हो जाने के बाद वो मुझसे मिलने आए थे और मैंने उनसे पूछा था कि आपके हिसाब से मुख्यमंत्री किसे बनना चाहिए तो उन्होंने मुझको अपने को छोड़कर 15 लोगों के नाम बताए। मैं उनकी तार्रेफ़ करता हूँ कि ऐसे व्यक्ति ने पिछले 8 सालों से प्रदेश का मुख्यमंत्री पद संभालकर विकास का कार्य किया है और अभी भी कर रहे हैं।
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने प्रदेश की पूर्व की भूपिंदर हुड्डा सरकार पर जमकर हमला बोला । अमित शाह ने कहा कि हुडा की सरकार 3D सरकार थी, जिसमें दरबारी, दामाद और डीलर थे। लेकिन, अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है जो प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी और मनोहर लाल खट्टर उसके मुख्यमंत्री बने। एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के संबंध में गृहमंत्री ने कहा कि यह ट्रैक आने वाले दिनों में शहरी विकास के क्षेत्र में एक नजीर बनने वाला है, जहां लंबाई कम है, फाटक ज्यादा हैं।
फरीदाबाद के कार्यक्रम के बाद गृहमंत्री अमित शाह देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर सूरजकुंड में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे। शाह गुरुवार से सूरजकुंड में शुरू हो रहे राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिन के चिंतन शिविर की अध्यक्षता करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये इस शिविर को संबोधित करेंगे। राज्यों के गृह मंत्री, केन्द्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल, राज्यों के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल और केन्द्रीय पुलिस संगठनों के महानिदेशक भी इस सम्मेलन का हिस्सा होंगे। सम्मेलन के छह सत्रों में कई विषयों पर विचार-विमर्श होगा।