‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 49 दिन पूरे हो चुके हैं और गुरुवार को यात्रा अपने 50वें दिन में है। कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा इन 50 दिनों में अभी तक 41 दिन चली है जिसमे 1270 किलोमीटर की दूरी, मतलब एक तिहाई हिस्सा पूरा हो चुका है, और 4 राज्यों के 18 जिले कवर किये गए हैं। जिस रफ्तार से अभी कांग्रेस की ये यात्रा चल रही है, उसके लगता है कि करीब 20 फरवरी को इस यात्रा के जम्मू कश्मीर पहुंचने की उम्मीद है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ दिवाली ब्रेक के बाद गुरुवार सुबह 06:30 बजे तेलंगाना के नारायणपेट जिले के मकथल से शुरू हुई। पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी, सांसद उत्तम कुमार रेड्डी, सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क और कई अन्य पार्टी के नेता शामिल हुए।
तेलंगाना में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का यह दूसरा दिन है। इस याउसके बाद कुछ देर पदयात्रा के बाद रविवार दोपहर से 26 अक्टूबर तक इस यात्रा को दिवाली ब्रेक दिया गया था। राहुल गांधी 23 अक्टूबर को ही दिल्ली पहुँच गए थे और फिर 26 अक्टूबर को वो मल्लिकार्जुन खड़गे के ताजपोशी में भी शामिल हुए।
#WATCH | Congress party's Bharat Jodo Yatra resumed from Makhtal in Narayanpet district of Telangana today, after a 3-day break for Diwali and Mallikarjun Kharge's take over as the party president.
This is day 50 of the Yatra.
(Video Source: AICC) pic.twitter.com/AXH5Q4KcOu
— ANI (@ANI) October 27, 2022
सूत्रों के मुताबिक़ पदयात्रा के तय कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को ये यात्रा 26.7 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसके बाद रात्रि विश्राम मकथल स्थित श्री बालाजी फैक्टरी में होगा। औसतन ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 21 किलोमीटर प्रति दिन का होता है।
तेलंगाना के मकथल से शुरू हुई कांग्रेस की ये यात्रा राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 16 दिनों तक चलेगी जिसके अंतर्गत 19 विधानसभा और 7 संसदीय क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। इन 16 दिनों में 375 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। राहुल अपनी इस यात्रा के दौरान लोगों से मिलेंगे और बातचीत भी करेंगे। तेलंगाना में अपनी यात्रा के दरमियान राहुल गांधी बुद्धिजीवियों, विभिन्न समुदायों के नेताओं, राजनेताओं, खेल, व्यवसाय और सिनेमा जगत की हस्तियों से मुलाकात करेंगे। गांधी तेलंगाना में कुछ मंदिरों, मस्जिदों और प्रार्थना कक्षों में भी जाएंगे।
राहुल गांधी की ये यात्रा 7 नवंबर को महाराष्ट्र के नांदेड़ में प्रवेश करेगी और 16 दिन राज्य में रहेगी। चार नवंबर को एक दिवसीय सामान्य विराम होगा।
राहुल ने अपनी इस यात्रा के दौरान अब तक 50 संस्थाओं से की है बातचीत-
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कांग्रेस राहुल गांधी ने अब तक करीब 50 संस्थाओं से बातचीत भी की है, जिसमें किसानों से संबंधित संस्थाएं, युवाओं से संबंधित संस्थाएं, महिलाओं से संबंधित संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं, सिविल सोसाइटी सहित कई और संस्थाएं शामिल हैं।
“पदयात्रा” के दौरान अब तक राहुल ने 4 बार किया है प्रेस कांफ्रेंस,अगला प्रेस कॉन्फ्रेंस 31 अक्टूबर को हैदराबाद में-
इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी लगातार मीडिया से भी मुखातिब हो रहे हैं। अब तक राहुल गांधी ने 4 राज्यों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और अब पांचवां प्रेस कॉन्फ्रेंस 31 अक्टूबर को हैदराबाद में होगा।
राहुल ने अभी तक की यात्रा में 4 बड़ी रैलियों को भी किया है संबोधित-
राहुल गांधी ने इन 49 दिनों की यात्रा के दौरान अब तक चार बड़ी रैलियों को भी संबोधित किया। उन्होंने पहली रैली कन्याकुमारी में, दूसरी त्रिशूल में, तीसरी रैली बेल्लारी में और चौथी रैली रायचूर में की थी. इन रैलियों में राहुल को भारी जनसमर्थन मिला।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ का क्या है उद्देश्य?
कांग्रेस की इस यात्रा के लिए बनाई गई वेबसाइट के अनुसार, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का मुख्य उद्देश्य देश को एकजुट करना, लोगों को एक साथ लाना और देश को मजबूत करना है।
चुनावी राज्यों से बहुत दूर है ‘भारत जोड़ो यात्रा’-
150 दिनों तक चलने वाली कांग्रेस की इस यात्रा का चुनावी राज्यों से दूर दूर तक संबंध नजर नहीं आ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसी साल गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन ये यात्रा इन दोनों चुनावी राज्यों से होकर नहीं गुजर रही है। बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से होकर भी यह यात्रा नहीं गुजरेगी। जहाँ तक उत्तर प्रदेश कासवाल है, यह यात्रा प्रदेश में प्रवेश तो करेगी लेकिन पड़ाव बहुत छोटा है।
बता दें कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत इसी साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हुई थी। यात्रा के वर्तमान चरण (तेलंगाना) से पहले राहुल केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अपनी इस यात्रा को पूरा कर चुके हैं।
यह यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से गुजरते हुए 150 दिन तक चलेगी। 3,570 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा।