मुम्बई: छोटे पर्दे से एक सांवला सा लड़का मायानगरी आता हैं और कहता है एक दिन मैं इस शहर पर राज करूंगा और ये शहर मेरा होगा। आज इतने साल बीतने के बाद इस लड़कें की कही बात सच हो गई हैं। ये लड़का था, छोटे पर्दे के फौजी सीरियल का कलाकार शाहरुख खान। शाहरूख को आज बॉलीवुड का बादशाह कहा जाता हैं।
लेकिन इस मुकाम तक आना आसान नहीं था, लेकिन कहते हैं ना कड़ी मेहनत और जुनून के आगे कुदरत भी झुक जाती हैं। ठीक यहीं कहावत चरितार्थ होती हैं शाहरुख के ऊपर, 3 नवंबर 1965 को दिल्ली में जन्में शाहरुख खान आज 56 साल के हो चले हैं पर उनकी दीवानगी लोगों के सिर चढ़ कर बोलती हैं।
बॉलीवुड के बादशाह के जन्मदिन के मौके को उनके फैन्स कुछ खास अंदाज में मनाते हैं। शाहरुख खान का जन्मदिन इस बार इस मायने में भी खास है कि हाल ही में उनके बेटे आर्यन खान को ड्रग केस में जमानत मिली है। दीवाली और आर्यन के घर आने की खुशी में मन्नत को बड़ी खूबसूरती से सजाया गया हैं।
आइये देखते है शाहरुख के कुछ अनछुये पहलुओं को-
शाहरुख खान का परिवार पेशावर से ताल्लुक रखता है, हालांकि विभाजन के बाद उनके पिता दिल्ली आकर बस गए थे। शाहरुख के दादा एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जो बाद में दिल्ली में एक रेस्टोरेंट चलाया करते थे। घर की आर्थिक हालत ठीक न होने के कारण शाहरुख का परिवार दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक किराए के घर में रहा करता था।
जब शाहरुख महज 16 साल के थे तब उनके पिता मीर ताज मोहम्मद का निधन हो गया। इसके बाद उनके परिवार की हालत और ज्यादा खराब हो गई।
शाहरुख ने 1950 में हंसराज कॉलेज में एडमिशन ले लिया, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में मॉस कम्युनिकेशन की पढ़ाई
की है शाहरुख ने। इसके साथ ही उन्होंने बैरी जॉन से एक्टिंग सीखी। एक्टिंग में करियर बनाने के लिए उन्होंने बीच में ही कॉलेज छोड़कर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा जॉइन कर लिया।
शाहरुख को सबसे पहले टीवी शो दरिया में कास्ट किया गया था, लेकिन टेलीकास्ट में हुई देरी के बीच उनका शो फौजी रिलीज हो गया था। फौजी को डायरेक्ट किया था, अरिज मिर्ज़ा ने जो आगे चलकर शाहरुख के अच्छे दोस्त बने। मुम्बई में उनके सहारे ही शाहरूख ने अपनी मंजिल की तरफ कदम बढ़ाने शुरू किये।
फौजी के बाद शाहरुख को सर्कस, वागले की दुनिया, इडियट और उम्मीद जैसे शोज में अभिनय करने का मौका मिला। शाहरुख के हुनर को देखते हुए लोग उनकी तुलना दिलीप कुमार से करने लगे थे।
साल 1991 में मां लतीफ फातिमा के निधन के बाद शाहरुख मुंबई चले गए, जहां उन्हें पहली फिल्म दिल आशना है मिली। ये फिल्म हेमा मालिनी की डायरेक्टोरियल डेब्यू थी। हालांकि ये फिल्म शाहरुख की दूसरी फिल्म बनी।
शाहरुख और गौरी छिब्बर से गौरी खान बनने की कहानी-
शाहरुख खान और गौरी की गिनती बॉलीवुड के हॉट कपल में होती है। एक तरफ शाहरुख जहां सुपरस्टार हैं वहीं गौरी देश की बड़ी इंटीरियर और फैशन डिजाइनर हैं। ये बात तो सभी जानते हैं कि गौरी पंजाबी परिवार से आती हैं और शाहरुख मुस्लिम फैमिली से लेकिन दोनों के बीच कभी घर्म की दीवार नहीं आई।
शाहरुख खान और गौरी खान की इंटरकास्ट शादी हुई थी। शाहरुख ने गौरी के पैरेंट्स को इंप्रेस करने के लिए पांच साल तक हिंदू होने का नाटक किया और आखिरकार दोनों ने 25 अक्टूबर, 1991 को शादी कर ली थी। एक इंटरव्यू में शाहरुख ने बताया था कि गौरी की फैमिली काफी ओल्ड फैशन थी, इसलिए दोनों की शादी में काफी वक्त लगा।
रुपहले पर्दे पर शुरू हुआ सफर-
शाहरुख ने 1992 की फिल्म दीवाना से बॉलीवुड डेब्यू किया था, जिसमें उनके साथ ऋषि कपूर और दिव्या भारती लीड रोल में थीं। पहली ही फिल्म में नेगेटिव रोल में नजर आए थे शाहरुख को दर्शकों ने खूब प्यार दिया और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट हो गई। इस फिल्म के लिए शाहरुख को बेस्ट मेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।
साल 1992 में दीवाना के बाद शाहरुख की तीन फिल्में चमत्कार, दिल आशना है और राजू बन गया जेंटलमैन रिलीज हुई थीं।
डेब्यू के अगले साल ही शाहरुख खान को दो बड़ी फिल्में डर और बाजीगर मिलीं। इन दोनों ही फिल्मों में शाहरुख नेगेटिव रोल में थे, इसके बावजूद उन्होंने अपने अभिनय से देश के लाखों लोगों को अपना दीवाना बना दिया। काजोल और शिल्पा शेट्टी स्टारर फिल्म के लिए शाहरुख को बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।
शाहरुख ने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक फिल्में दीं। हालांकि, उनके खाते में कुछ ऐसी फिल्में भी हैं, जिन्हें खुद शाहरुख कभी याद नहीं करना चाहेंगे। इन्हीं में से एक फिल्म है ‘माया मेमसाब’ (Maya Memsaab)। 1993 में रिलीज हुई इस मूवी की वजह से न सिर्फ शाहरुख बल्कि फिल्म की एक्ट्रेस दीपा साही (Deepa Sahi) को भी काफी जिल्लत झेलनी पड़ी थी। आखिर शाहरुख ने ऐसा क्या कर दिया था..
शाहरुख की डेब्यू फिल्म ‘दीवाना’ सुपरहिट हुई थी। इसके बाद शाहरुख ने एक के बाद एक कई फिल्में साइन कर लीं। यहां तक कि उन्होंने ये भी नहीं देखा कि फिल्म की स्क्रिप्ट कैसी है और हीरोइन कौन है। इसका नतीजा शाहरुख को भुगतना पड़ा, जब 1993 में आई उनकी फिल्म ‘माया मेमसाब’ बुरी तरह फ्लॉप हुई।
हालांकि यह फिल्म फ्लॉप होने की वजह से उतनी चर्चा में नहीं रही, जितनी फिल्म में शाहरुख खान और दीपा साही के बीच फिल्माए गए बेड सीन की वजह से रही। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म में बोल्ड सीन देने के लिए दीपा साही ने काफी बोल्ड स्टेप उठाया था।
शाहरुख और दीपा साही के बीच फिल्माए गए इस इंटीमेट सीन की चर्चा मीडिया में चौतरफा थी। ऐसे में एक रिपोर्टर ने मैगजीन पर शाहरुख के बारे में कुछ उल्टा-सीधा छाप दिया। कहते हैं कि इसके बाद शाहरुख खान गुस्से में आ गए और रिपोर्टर को मारने तक पहुंच गए थे। उन दिनों फिल्म में शाहरुख और दीपा साही के बीच दिखाए गए बोल्ड सीन ने तहलका मचा दिया था। बाद में इन सीन्स को लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें आईं। इस फिल्म को केतन मेहता ने डायरेक्ट किया था। केतन मेहता की माया मेमसाब 90 के दशक की सबसे बोल्ड फिल्मों में से एक है।
इस फिल्म में शाहरुख खान ने अपनी लाइफ का पहला इंटीमेट सीन दिया था, जोकि काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा। इस फिल्म के बाद लोगों को लगा कि शाहरुख शायद इंडस्ट्री में ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाएंगे, लेकिन बाद में उन्होंने बाजीगर और डर जैसी बेहतरीन फिल्मों में निगेटिव रोल निभाकर दुनिया को बता दिया कि उन्हें किंग खान क्यों कहते हैं।
महज 2 सालों के फिल्मी करियर में ही शाहरुख खान ने अपने हुनर से कई बेहतरीन एक्टर के बीच अपना नाम शामिल किया। इनके बाद शाहरुख को कई बड़े फिल्ममेकर्स की फिल्में ऑफर होने लगीं।
यश चोपड़ा कैम्प की 1995 में आई DDLG ने शाहरुख को हर जवान लड़की की जिंदगी का राज बना दिया। साधारण से दिखने वाले लड़के की चेहरे की मासूमियत और प्यार को पाने की जिद का दीवाना पूरा देश बन गया। आज भी ये फ़िल्म बिना सिनेमा हाल से उतरे महाराष्ट्र में चल रही हैं जो शाहरुख की लोकप्रियता बताने के लिये काफी हैं।
1995 में ही फिल्म करण अर्जुन भी रिलीज हुईं, इन दोनों फिल्मों ने कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी फिल्म डीडीएलजे भारत और विदेश की ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म घोषित कर दी गई थी। ये भारतीय सिनेमा की सबसे ज्यादा चलने वाली फिल्म थी जो 1000 हफ्तों से ज्यादा समय तक मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में लगी रही थी। 1995 में रिलीज हुई फिल्म 2015 तक थिएटर में चलती रही थी।
सुपरहिट फिल्मों में किया काम-
इन फिल्मों के बाद शाहरुख खान ने कुछ कुछ होता है, दिल से, बादशाह, अशोका, मोहब्बतें, कभी खुशी कभी गम, देवदास, कल हो न हो, चलते-चलते, मैं हूं ना, वीर जारा, चक दे इंडिया, डर, बाज़ीगर, दीवाना, रा वन, स्वदेश, ओम शांति ओम जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं हैं। लगातार हिट फिल्में देने वाले को किंग खान और बादशाह का टैग मिला था।
जल्द ही वह पठान फिल्म में नजर आने वाले हैं जिसमें वह एक्शन अंदाज में नजर आएंगे।
वर्क फ्रंट की बात करें तो शाहरुख खान कुछ दिनों पहले तक दो फिल्मों पर काम कर रहे थे। इनमें एक थी ‘पठान’ (Pathan) और दूसरी डायरेक्टर एटली की फिल्म ‘लायन’ (Lion) की शूटिंग चल रही थी। शाहरुख को-स्टार दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के साथ शूटिंग के लिए स्पेन जाने वाले थे, जहां इन्हें एक गाना शूट करना था।