दिल्ली/ हरियाणा/ तक्षकपोस्ट ने पिछले हफ़्ते खुलासा किया था, निशंक के भ्रष्टाचार का, जिसके बाद निशंक का इस्तीफा हुआ। निशंक के सहयोग से बनवारीलाल नटिया चैयरमैन NRC कमेटी ने सैकड़ों कॉलेजों को धमकी देकर राम मंदिर के नाम पर उगाही की, शिक्षा मंत्रालय के नियमों के विपरीत जाकर। आज की कड़ी में पढ़िए NCTE में कैसे भ्रष्टाचार रच बस गया हैं। और ऐसे भ्रष्टाचार के रहते कैसे प्रधानमंत्री दावे करते है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा ??
हमारे हाथ है हरियाणा सरकार का एक आर्डर जिसमें हरियाणा टेक्निकल एडुकेशन बोर्ड हरियाणा के सेकेट्री विजय सिंह दहिया का ऑर्डर जिसमें हरियाणा से बाहर डेपुटेशन ग्रुप A और B के सरकारी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से डेपुटेशन कैंसिल करके वापस अपने गृह विभाग में ड्यूटी पर उपस्थित रहने को कहा गया। 10 जून को संबंधित विभाग की एक चिट्ठी निकाली गई और सभी को वापस बुलाया गया। एक लिस्ट जारी करके हरियाणा सरकार ने अपने सभी विभाग को ये सूचना भेज दी। अब असल खेल यहीं शुरू होता है जिसके बारे में आज खुलासा होना हैं। ये खेल शुरू हुआ NCTE के अंदर, शिक्षा मंत्रालय अधीन आने वाले इस सरकारी संस्थान की कारगुजारी पिछले हफ्ते, आपके सामने हमने खोल कर रख दिया था उसी कड़ी में आज कुछ परतों को हम खोलने जा रहे हैं।
10 जून को लिखे चिट्ठी में डेपुटेशन को कैंसिल किया गया, फिर 29 जून को तत्काल रिमाइंडर भी भेजा गया उसके बाद भी मलिक को रिलीव नहीं किया गया आखिर क्यों और किसके कहने पर मलिक को बचाया जा रहा है-
कायदे से इस चिट्ठी के बाद डेपुटेशन पर आये हरियाणा सरकार के कर्मचारियों को रिलीव कर दिया जाना चाहिए था, पर NCTE ने ऐसा ना करते हुये नवीन मलिक को रिलीफ ना करते करते हुए, एक चिट्ठी हरियाणा सरकार को लिखी की नवीन मलिक को वो रिलीफ नहीं कर सकते उनको नवीन मलिक की सेवाओं की जरूरत है! ये चिट्ठी किसके दबाव में NCTE ने लिखी ये तो मंत्रालय बताये ??
इतना ही नहीं नवीन मलिक को प्रमोशन देकर RD (ERC) बना दिया गया,गौरतलब है कि मलिक को NCTE में अभी दो साल भी पूरे नहीं हुये हैं। और ये प्रमोशन पहले से NCTE में मौजूद परमानेंट और अनुभवी अंडर सेकेट्री को अनदेखा करके बनाये गए।
आखिर 4 परमानेंट अंडर सेकेट्री N. K शर्मा, रविंद्र कुमार, मुकेश कुमार रहते मलिक को क्यों RD बनाया गया जिसका ना कोई अनुभव है , जिसे ठीक से NCTE के रेगुलेशन का पता ही नहीं है। जो व्यक्ति IT गवर्नेन्स को देखने का काम करता था, वो कैसे RD के लिए प्रमोट हुआ ?? बल्कि परमानेंट अंडर सेकेट्री के रहते जिन्हें पहले से RD का काम संभालने का अनुभव है उन्हें क्यों नजरअंदाज किया गया। क्या ये व्यक्ति और भ्रष्टाचार को और नहीं बढ़ायेगा।
इस खेल में कौन-कौन शामिल है ये तो नये आये संस्था के चैयरमैन को जांच करवाना चाहिए। किसके पास इस प्रोमोशन का पैसा पहुंचा ये बहुत गंभीर विषय हैं, हमारे हाथ लगे सबूत अपराध के साथ अपराधी की हर चाल का खुलासा करते है-
अंडर सेकेट्री नवीन मलिक का रहनुमा कौन है ?
बनवारीलाल नटिया चैयरमैन NRC ही डेपुटेशन पर हरियाणा पॉलिटेक्निक कॉलेज से आये इस मैकेनिकल इंजीनियरिंग का लेक्टरर नवीन मलिक का रहनुमा हैं। खुद बनवारीलाल नटिया का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो चुका है पर वो यौन शोषण के आरोप में घिरा होने के बाद भी अपने पद पर बैठा हैं। यही बनवारीलाल नटिया नवीन मलिक का संरक्षण दाता है। नवीन मलिक ने 1 करोड़ रुपये RD बनने के एवज में दिए हैं।
पिछली खबर पढ़ने के लिए नीचे लिंक पर जाये-
संतोष सारंगी जांच करे किसकी जेब गरम की गई इन रुपयों से, और अदने से नौकर मलिक ने ये करोड़ों रुपये कैसे जमा किये NCTE के अंदर भ्रष्टाचार करके। एक-एक फ़ाइल का खुलासा तक्षकपोस्ट करेगा
किस तरह से नवीन मलिक और बनवारीलाल नटिया ने मिलकर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है, हर शनिवार और रविवार मलिक रुपये जयपुर पहुंचाने का काम बखूबी कर रहा है नटिया के साथ मिलकर। ना केवल ERC, WRC, के साथ हरियाणा के कॉलेजों के साथ इन लोगों जम्मू में भारत सरकार के नये शुरू होने जा रहे कार्यक्रमों के एवज में भी लोगों से पैसों की मांग की जबकि जम्मू को लेकर निर्णय भारत सरकार और पार्लियामेंट के अधीन है। तक्षकपोस्ट को ऐसी सैकडों शिकायतें मिली हैं।
NCTE में फैले भ्रष्टाचार पर लोकसभा में भी सवाल उठाये जा चुके है,फिर क्यों अभी तक ऐसे भ्रष्टाचार में डूबे लोगों को नहीं हटाया गया और कारवाई क्यों नहीं किया गया। नवीन मलिक और नटिया जैसे लोगों का संस्थान में रहना साफतौर पर गंदगी की तरफ इशारा करता है। हालांकि नये आये चैयरमैन संतोष सारंगी ईमानदारी से अपना काम करने की कोशिश कर रहे है। संतोष सारंगी ने ऐसे कई भ्रष्टाचार के मामलों को संज्ञान में लेकर ईमानदारी से न्याय देने की कोशिश की हैं। लेकिन सवाल ये है कि बनवारीलाल नटिया जैसे भ्रष्टाचार में डूबे व्यक्तियों के रहते क्या वो ठीक तरह से काम कर पायेंगे।
हरियाणा सरकार, केंद्र सरकार के नियम बड़े है या मलिक को काम के नाम पर रोकने की कोशिश करने वाले और कौन से ऐसे छुपे चेहरे है जो नटिया और नवीन मलिक के बहाने अपनी जेब के साथ बैंक बैलेंस को बढ़ाने में लगे है इसका खुलासा भी अगली कड़ियों में जल्द होगा। पब्लिक और टैक्सपेयर के पैसों का खुलकर कैसा दोहन संस्था में हो रहा हैं ये दिलचस्प मामला हैं। पिछले चैयरमैन की नाकामी जगजाहिर है उनके नाम पर संस्था के एक अधिकारी ने खूब निजी स्वार्थ साधा है जल्द पूरी रिपोर्ट तक्षकपोस्ट लेकर आएगा…
सबसे बड़ा सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धर्मेंद प्रधान से
मंत्रालय के बैनर पर नई शिक्षा नीति के नाम पर खुलकर प्रचार करने वाले मंत्री महोदय सामने आकर इस बात की सफाई दे आखिर क्यों और कैसे आप ना खाएंगे ना खाने देंगे नाम की कोड़ी बकवास बातों को प्रचारित करते है।
ऐसे अधिकारियों की गाज दैनिक वेतन भोगी पर गिर रही है। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों का कुछ नहीं होता मारे दैऊ वेतन भोगी जातें हैं। ऐसे लगभग 100 लोगों को नौकरी से निकाला जा चुका है। उन में एक म भी है।