योगेश भारद्वाज: मथुरा की सांसद और मशहूर फिल्म अदाकारा हेमा मालिनी से सभी विपक्षी पार्टियां खासा नाराज है। वजह है पिछले कोरोना काल के समय में सांसद हेमा मालिनी मथुरा में जनता के बीच मौजूद नहीं थी। कोरोना के बाद सावन की हरियाली की तरह वह मथुरा में आती है। सांसद हेमा मालिनी के लापता होने के पोस्टर भी शहर में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पिछले कोरोना सीजन में लगाए गए थे। इस बार भी आरएलडी समाजवादी पार्टी कांग्रेस के द्वारा सांसद हेमा मालिनी के लापता होने के पोस्टर लगातार सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। अब यूथ कांग्रेस पोल खोलो अभियान चलाने जा रही है विपक्षी दलों का आरोप है पिछले 14 महीने से सांसद हेमा मालिनी मथुरा में नहीं आई है।
अपने आपको राधा की सखी कहने वाली सांसद हेमा मालिनी जनता के दुख दर्द में उनके बीच उपस्थित क्यों नहीं रही। वैसे तो वह हर सीजन में खेतों में जाकर फसलों को काटती हैं, इतनी बड़ी भीषण आपदा में जब मथुरा की जनता इलाज ऑक्सीजन के अभाव से जूझ रही थी तो सांसद जनता के बीच उपस्थित क्यों नहीं रही। वहीं विपक्षी दलों का आरोप है कि सांसद हेमा मालिनी को दूसरा कार्यकाल चल रहा है उनको मथुरा की सांसद बने हुए 7 साल हो गए हैं सांसद हेमा मालिनी मथुरा की जनता को अपने द्वारा किए गए बस 7 कार्यों से अवगत कराएं कि उन्होंने जनता के लिए कौन- कौन से कार्य किये है। हेमा मालिनी मुंबई से बैठकर वीडियो के माध्यम से मथुरा वासियों को प्रवचन देती रहती हैं एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन लगाने की बात कहते हैं वहीं सांसद हेमा मालिनी वीडियो के माध्यम से मथुरा वासियों से अपने घरों में हवन यज्ञ करने की बात कहती हैं।
सांसद हेमा मालिनी का कहना है कि कोरोना खराब वातावरण की वजह से हो रहा है। अगर घरों में हवन और यज्ञ किए जाएंगे तो इससे मुक्ति मिल सकती है। अपने घरों में हवन यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध हो सकता है। कांग्रेस नेता यतेंद्र मुकद्दम का कहना है कि क्या जनता ने हेमा मालिनी को वोट इसलिए दिए थे कि वह मुंबई में बैठ कर जनता को प्रवचन देती रहें उनको ऐसी आपदा में जनता के बीच में मौजूद होना चाहिए था जनता की सेवा करनी चाहिए थी जनता जो इलाज ऑक्सीजन दवा और डॉक्टरों के अभाव में बेहताशा परेशान रही ऐसे में आकर उनको उन्हीं लोगों की मदद करनी चाहिए थी जिन लोगों ने अपनी वोट से उनको सांसद बनाया।