उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब से अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 49 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। प्रशासन ने कई शवों का बगैर पोस्टमार्टम कराए जबरन अंतिम संस्कार करा दिया। इससे नाराज मृतकों के परिजन ने डीएम कार्यालय का घेराव किया। उधर, पोस्टमार्टम हाउस में पहुंची लाशों को देखने के बाद भी DM-SSP आंकड़ों को छिपाने में जुटे हैं। भाजपा राजनीति करने में जुटी, आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री के दामाद का इशारों में नाम चर्चा के केंद्र में है! इसलिए BJP DM के सिर पर ठीकरा फोड़ने में जुटी है।
अलीगढ़ के DM चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि इस शराब कांड में अब तक 25 लोगों की मौत हुई है और पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे बाकी शव संदिग्ध हैं। इधर, 10 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। ये जिले के अलग-अलग अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
अलीगढ़ में शराब से हुई मौतों पर BJP सांसद सतीश गौतम ने कहा कि इन मौतों के लिए सीधे तौर पर DM चंद्रभूषण सिंह जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से जितनी भी मौतें हुई हैं, सबके घर जाकर उनके परिजनों से मिलेंगे। सांसद ने सवाल किया कि जब DM अच्छे कामों की सराहना लेते हैं, तो इसके लिए जिम्मेदार कैसे नहीं होंगे? जिलाधिकारी जिले का मालिक होता है, तो सब कुछ उसकी नाक के नीचे हो रहा है।
अलीगढ़ में गुरुवार देर रात लोधा के करसुआ, खैर के अंडला और जवां के छेरत में लोगों ने अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। शराब पीने के बाद रात में मौतें होने लगी।