शाहिद नक़वी: रमज़ान के तीस रोज़े मुकम्मल होने पर देश भर मे शुक्रवार को कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए घरों मे मात्र पाँच लोगों की उपस्थिति मे नमाज़ ए ईद अदा कर सजदा ए शुक्र अदा किया गया।ईद पर मुस्लिमों ने कोरोना व आम हालात मे हुई मौतों की वजहा से नए कपड़े नहीं बनाए।पुराने कपड़ो मे ही नमाज़े ईद अदा की गई।मौलाना आमिरुर रिज़वी ने ईदुल फित्र की खास नमाज़ अदा कराई।उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी के अनुसार दरियाबाद मे रौनक़ सफीपुरी के आवास पर परिजनो दोस्त व अहबाब के साथ नमाजियों के हाथों को सैनिटाईज़ करने और मास्क दे कर नमाज़ के मुसल्ले पर प्रवेश कराया गया।
शिया जामा मस्जिद मे इमाम ए जुमा हसन रज़ा ज़ैदी की क़यादत में चन्द लोगों ने ही पढ़ी इदुल फित्र की नमाज़।बख्शी बाज़ार क़ाज़ी साहब की मस्जिद मे भी कोरोना गाईड लाईन पर चुनिन्द लोग ही नमाज़ पढ़ सके।मस्जिदे नूर दायरा शाह अजमल,मस्जिद मौला अली दरियाबाद,मस्जिद इमाम रज़ा दरियाबाद,मस्जिद गदा हुसैन दरियाबाद,मुसल्ला ए ज़ीशान करैला बाग़,मस्जिद ए खदीजा करैली,बैतुस्सलात करैली,मस्जिदे मोहम्मदी करैली लेबर चौराहा आदि मे जहाँ सिर्फ पेश इमाम व मोअज़्जिन के साथ पाँच लोग ही नमाज़े ईदुल फित्र मे शामिल हुए वहीं ज़्यादातर लोगों ने अपने अपने घरों मे नमाज़ अदा की।नमाज़ मे परवरदीगार की बारगाह मे शुक्र का सजदा कर देश के मौजूदा हालात पर दुआ मांगते हुए कोरोना महामारी के खात्मे,अमनो अमान,रोज़ी रोज़गार मे बरकत व बीमार लोगों की सेहत व सलामती की दुआ मांगी गई।
गले नहीं, दिल मिलाकर बोले ईद मुबारक
ईद उल फितर पर शुक्रवार को कोरोना वायरस की खौफ की वजह से न ईदगाह पर जमावड़ा हुआ न आम लोगो के लिये मस्जिदें खोली गई। मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। लोगो ने घरों में रहकर ईद उल फितर की नमाज़ घरों में अदा की इस दौरान मुल्क को महामारी से बचाने के साथ ही नेकी, बरकत और अमन के लिये अल्लाह से दुआएं की गई। वीडियो कॉलिंग व्हाटसअप के जरिये ईद की मुबारक दी जाती रही। रोशनबाग स्थित शाह वसी उल्लाह मस्जिद, काटजू रोड स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद, करेली गौस नगर स्थित अल गौसिया मस्जिद सहित शहर व ग्रामीण इलाकों की सैकड़ो मस्जिदों में लॉक डाउन की वजह से प्रशासन के निर्देश पर सिर्फ पेशइमाम, मोअज्जिन के साथ पांच लोगों को ही ईद पर दाखिल किया गया। मस्जिदों में ईद उल फितर की नमाज़ की फ़र्ज अदायगी की गई। वहीं लोगो ने अपने घरों में बड़े बुजुर्गों संग रस्मे ईद उल फितर के तहत नमाज़ अदा कर मुल्क को कोरोना से निजात दिलाने के लिए अल्लाह से दुआ की। उलमाओं ने ऑनलाइन खुतबे में ईद की मुबारकबाद देते हुए कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की। साथ ही गरीबों, बेसहारों, यतीमों, जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने की अपील की। पुराने शहर के खुल्दाबाद इलाके में लोगो ने घरों में ईद की नमाज़ अदा करने के बाद गले न मिलकर एक दूसरे को सिर्फ मुबारकबाद दी।
इस मौके पर: हसीब अहमद, अफसर महमूद, शकील अहमद, मो० जाकिर, मो०हसीन, इश्तेयाक अहमद, नूरउल्ला सहित आदि लोग शामिल रहे
देश भर मे कोरोना महामारी से हुई मौतों से ग़मज़दा हो कर ज़्यादातर लोगों ने ईद को बहोत सादगी से मनाया।नए कपड़े भी नहीं बनाए गए।पुराने कपड़ों मे ईदुल फित्र की नमाज़ फर्ज़ अदायगी के तौर पर अदा की गई।
जिस घर में एक दो माह पहले मौत हो गई उन घरों मे सेंवई भी नहीं बनी।शहर मे ऐसे लोग भी थे जिनके रिश्तेदार पड़ोसी या जानने वालों मे कोरोना से मौत हुई ऐसे लोगों ने भी ईद के मौक़े पर सेंवई नही बनाई।
ग़रीबों के घर घर पहुंचाई घर की बनी सेंवई
ग़रीबों मिस्कीनों व असहायों के घरों मे चकिया करबला क़ब्रिस्तान कमेटी के नायब सद्र शाहिद अब्बास रिज़वी के नेत्रित्व मे घर की बनी सेंवई,फल इत्र,टोपी व रुमाल देकर ईद की खुशियों को ग़रीबो संग साझा किया गया।सूफी हसन,बज़मी अब्बास,ज़ामिन हसन,हुसैन मेंहदी,शबी हसन आदि इस नेक काम में शामिल रहे।
ओलमाओं ने ऑनलाईन खुत्बे मे सभी की सलामती और कोरोना वबा के खात्मे की कराई दुआ
मौलाना हसन रज़ा ज़ैदी,मौलाना जवादुल हैदर रिज़वी,मौलाना आमिरुर रिज़वी ने नमाज़ ए ईदुल फित्र के बाद ऑनलाइन खुत्बे मे क़ौमो मिल्लत को सम्बोधित करते हुए ईदुल फित्र की मुबारकबाद पेश की। कहा रब्बे करीम हमारी इबादतों को शरफे क़ुबूलियत इनायत फरमाए और अज़ाब ए आखरत से महफूज़ रक्खे।आने वाले साल को मुबारक व मसूद क़रार दे।हमारे मरहुमीन की मग़फिरत फरमाए और जो इस दुनिया मे मौजूद हैं उनको हर तरहा की बलाओं व परेशानियों से महफूज़ रक्खे।