केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की सौतेली बेटी कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद वैश्विक सोना तस्करी अभियान की जांच शुरू की है। सूत्रों ने बताया कि तस्करी नेटवर्क की आगे की जांच के लिए सीबीआई की टीमों को मुंबई और बेंगलुरु हवाई अड्डों पर भेजा गया है। राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने 4 मार्च को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुबई से 12 करोड़ रुपये मूल्य के 14.8 किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया था। सोने की छड़ें उसके शरीर पर एक छिपी हुई कमर की बेल्ट में बंधी हुई थीं।
सीबीआई घरेलू तस्करों और अंतर्राष्ट्रीय तस्करों के बीच संभावित संबंधों को उजागर करना चाहती है, क्योंकि इसमें परिष्कृत तरीकों का इस्तेमाल किया गया है और इसमें भारी मात्रा में सोना शामिल है।
कुल मिलाकर, डीआरआई ने रान्या से 17.29 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। अधिकारियों ने उनके बेंगलुरु स्थित घर पर छापा मारा और 2.06 करोड़ रुपये के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद बरामद किए।
दक्षिण भारतीय फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर रान्या ने लगभग 30 बार यूएई की यात्रा की, जिसमें कथित तौर पर हर बार किलो भर सोने की तस्करी की गई। डीआरआई को दिए गए अपने बयान में उसने यूरोप, अमेरिका और मध्य पूर्व की अपनी व्यापक यात्राओं का भी जिक्र किया।
राव की गिरफ़्तारी ने उनके पारिवारिक संबंधों के कारण सवाल खड़े कर दिए हैं। वह कर्नाटक राज्य पुलिस आवास निगम में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर कार्यरत भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या उनके सौतेले पिता सहित किसी कानून प्रवर्तन अधिकारी को उनकी गतिविधियों के बारे में पता था या वे इसमें शामिल थे।
सीबीआई क्या जांच करेगी?
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की भागीदारी से अधिकारियों को इस रैकेट में शामिल अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को उजागर करने में मदद मिलेगी। प्रमुख हवाई अड्डों पर टीमें तैनात करके, एजेंसी व्यापक तस्करी सिंडिकेट को खत्म करना चाहती है और भविष्य की घटनाओं को रोकना चाहती है।
यह मामला 2020 के केरल सोना तस्करी घोटाले से मिलता-जुलता है, जहां बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी के लिए राजनयिक चैनलों का फायदा उठाया गया था, जिसके कारण राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा कई गिरफ्तारियां और जांच की गई।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि चल रही जांच का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसमें शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करना तथा इस तरह की तस्करी गतिविधियों के खिलाफ उपायों को मजबूत करना है।