तमिलनाडु में उस समय राजनीतिक घमासान शुरू हो गया जब राज्य कांग्रेस प्रमुख के सेल्वापेरुन्थगई ने अभिनेता से नेता बने और तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के प्रमुख विजय को विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक में शामिल होने का निमंत्रण दिया। सेल्वापेरुन्थगई की ओर से यह प्रस्ताव तब आया जब विजय ने अपने हालिया सार्वजनिक संबोधन में देश में विभाजनकारी ताकतों से लड़ने की बात कही।
तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “अपने सार्वजनिक संबोधन में विजय ने धार्मिक और हिंदुत्ववादी ताकतों के बारे में बात की। अगर वह वास्तव में ऐसे तत्वों को खत्म करना चाहते हैं, तो इंडिया गठबंधन में शामिल होना उनके और देश के लिए फायदेमंद होगा। भारत के नागरिक के रूप में, यह मेरा विनम्र सुझाव है।”
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने सेल्वापेरुंथगई द्वारा विजय को दिए गए प्रस्ताव पर कटाक्ष किया और कांग्रेस से लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर थोड़ा विश्वास रखने को कहा।
अन्नामलाई ने कहा, “स्थिति ऐसी है कि द्रविड़ पार्टियां भी राजनीतिक समर्थन के लिए विजय को आमंत्रित कर रही हैं। तमिलनाडु में कमजोर होती पार्टियां उनकी मदद मांग रही हैं। मैं सेल्वापेरुन्थगई से आग्रह करता हूं कि विजय पर भरोसा करने के बजाय, वह राहुल गांधी पर कम से कम 10 प्रतिशत भरोसा रखें।”
गौरतलब है कि पिछले साल अपनी पार्टी की शुरुआत करते हुए अभिनेता विजय ने भाजपा और तमिलनाडु की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) को अपना ‘वैचारिक’ और ‘राजनीतिक’ विरोधी बताया था। तब से, TVK प्रमुख तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली DMK सरकार के खिलाफ बयान जारी कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह अभिनेता से नेता बने नायडू ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी 5 फरवरी को होने वाले इरोड ईस्ट विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करेगी। ऐसा उन्होंने अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), भाजपा और देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) सहित विपक्षी दलों के रुख से सहमति जताते हुए किया था।