शिवसेना (यूबीटी) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-एनसीपी के महायुति गठबंधन में कोई एकता नहीं है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर आपत्ति जताई थी। अजित पवार ने कहा था कि जब दूसरे राज्यों के लोग यहां आते हैं तो वे अपने लोगों को ध्यान में रखकर बोलते हैं, लेकिन महाराष्ट्र ने इसे कभी स्वीकार नहीं किया है और यहां के सभी चुनावों का इतिहास यही रहा है।
ठाकरे ने कहा, “योगी की टिप्पणी पर अजित पवार की असहमति से पता चलता है कि महायुति में कोई एकता नहीं है। महाराष्ट्र को यूपी के मुख्यमंत्री से किसी सबक की जरूरत नहीं है।”
छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधान मंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के कुछ दिनों बाद अगस्त में आदित्यनाथ ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था। बुधवार को आदित्यनाथ ने पूर्वी महाराष्ट्र के वाशिम में एक चुनावी रैली में यह बयान दिया। एक दिन बाद पवार ने उनके नाम का उल्लेख किए बिना, उन्हें ‘बाहरी व्यक्ति’ कहा।
पवार ने कहा था, “बाहर से कुछ लोग यहां आते हैं और बयान देते हैं, लेकिन महाराष्ट्र ने कभी भी सांप्रदायिक विभाजन स्वीकार नहीं किया है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि शाहू महाराज और महात्मा फुले का है। आप इसकी तुलना अन्य राज्यों से न करें। महाराष्ट्र के लोगों को यह पसंद नहीं है। शिवाजी महाराज की शिक्षा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की थी।”
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भाजपा, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी शामिल हैं।
ठाकरे ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसे चुनाव से पहले प्रचार के लिए राज्य के बाहर से नेताओं को लाना पड़ रहा है।
उन्होंने महायुति सहयोगियों को राज्य के साथ विश्वासघात करने वाला करार देते हुए कहा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव उन लोगों के बीच एक मुकाबला है जो महाराष्ट्र से प्यार करते हैं और जो इसे धोखा देते हैं।”
ठाकरे ने कहा, “महायुति सरकार महाराष्ट्र के इतिहास में सबसे भ्रष्ट है। उन्होंने (शिवाजी महाराज की) प्रतिमा के निर्माण में भ्रष्टाचार किया। अशुभ हाथों से किया गया काम सफल नहीं होता और मूर्ति ढह गई।”
शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
ठाकरे ने यह भी घोषणा की कि अगर एमवीए राज्य में सत्ता में आती है, तो उनकी सरकार हर जिले में शिवाजी महाराज के मंदिर बनाएगी।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे। वोटों की गिनती तीन दिन बाद 23 नवंबर को होगी।